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Monday, February 24, 2020

दिल दहलाने वाली घटना, पूरे परिवार ने मिलकर बेटी को मारा, शव 100 किमी दूर ले जाकर फेंका

पूर्वी दिल्ली। न्यू अशोक नगर इलाके में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक परिवार ने अपनी झूठी शान के लिए अपनी ही बेटी को गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को कार में रखकर दिल्ली से करीब सौ किलोमीटर दूर उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ की जावा नहर में ठिकाने लगा दिया। मृतक की पहचान शीतल चौधरी के रूप में हुई है। शीतल का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने घर वालों की मर्जी के खिलाफ पड़ोसी युवक से प्रेम-विवाह कर लिया था। वारदात के 22 दिन बाद पुलिस ने मामले का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में मृतक की मां सुमन, पिता रविंद्र, ताऊ संजय, फूफा ओम प्रकाश, फूफा के बेटे परवेश और जीजा अंकित को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार शीतल अपने परिवार के साथ न्यू अशोक नगर इलाके में रहती थी। पड़ोस में अंकित भाटी नाम का युवक रहता है। अक्टूबर माह में करीब तीन साल के प्रेम संबंधों के बाद दोनों ने चुपचाप एक मंदिर में जाकर शादी कर ली। इसके दोनों अपने-अपने घरों में रहने लगे। गत 30 जनवरी के बाद से ही अंकित की शीतल से न तो मुलाकात हुई थी और न ही फोन पर बात हुई। अंकित ने गत 17 फरवरी को थाने जाकर शीतल के अपहरण का मुकदमा उसके परिवार के खिलाफ दर्ज करवाया।
शव को कार में रखकर अलीगढ़ लेकर गए:-
पुलिस पड़ताल के लिए शीतल के घर पहुंची तो परिजन ने पुलिस को गुमराह करने के लिए कहा कि वह अपने फूफा के घर चली गई है। पुलिस उसकी तलाश में फूफा के घर पहुंची तो शीतल का वहां भी कुछ पता नहीं चला। पुलिस को परिजन पर शक गहराने लगा। पुलिस ने शीतल के परिजन की कॉल डिटेल निकाली। इसमें पता चला कि शीतल का पिता उसके फूफा ओम प्रकाश और उसके बेटे परवेश से लगातार फोन पर संपर्क में है। इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग ले जाकर परिजन से पूछताछ की तो वह टूट गए। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को ही घर पर शीतल का गला दबाया था, इसके बाद शव को कार में रखकर अलीगढ़ लेकर गए और वहां नहर में फेंक दिया। हत्यारोपित दो कारों में अलीगढ़ गए थे।
2 फरवरी को हो गया था अंतिम संस्‍कार:-
दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क किया। वहां की पुलिस ने बताया कि गत 30 जनवरी को नहर से एक युवती का शव मिला था। शव की पहचान न हो पाने पर पुलिस ने दो फरवरी को अंतिम संस्कार कर दिया था। उप्र पुलिस के पास के जो कपड़े मिले, वह शीतल के ही थे।
जैसे ही घर वालों को बताया, वे भड़क गए:-
पति अंकित भाटी ने पुलिस को जानकारी दी कि मंदिर में शादी करने के बाद शीतल ने उससे कहा था कि अभी वह किसी को नहीं बताएंगे, यहां तक की अपने परिवार को भी नहीं। उसने कहा था कि अभी घर में कुछ कार्यक्रम हैं। इसके बाद वह अपने परिजन को मना लेगी, लेकिन उसकी यही सोच उसकी मौत का सबब बन गई। शीतल ने जब हिम्मत करके अपनी शादी की बात परिजनों को बताई तो वह भड़क गए, वह उस पर शादी तोड़ने का दबाव बनाने लगे। शीतल ने शादी तोड़ने से मना किया तो परिवार ने उसकी हत्या कर दी।