गुना. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच सोमवार का गुना के सर्किट हाउस में मुलाकात हो रही है। इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियों में चर्चा है। मध्यप्रदेश की सियासत में नई समीकरण की बात की जा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया इससे पहले एक बार राघौगढ़ में दिग्विजय सिंह के महल भी जा चुके हैं।
जयवर्धन के बुलावे पर महल गए थे सिंधिया:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह के बुलावे पर राघौगढ़ महल गए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया, राघौगढ़ महल जाने वाले सिंधिया खानदान के पहले आदमी थी। माधवराव सिंधिया कभी भी राघौगढ़ महल नहीं गए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा था। जबकि खुद जयवर्धन सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया की आगवानी के लिए आए थे। ज्योतिरादित्य मई 2018 में राघौगढ़ महल पहुंचे थे। हालांकि इस दौरान दिग्विजय सिंह महल में मौजूद नहीं थे। दिग्विजय सिंह दिल्ली में थे।
जयवर्धन ने खोला सिंधिया की कार का गेट:-
राघौगढ़ महल में प्रवेश करने के लिए जैसे ही सिंधिया का काफिला वहां रुका तो विधायक जयवर्धन सिंह ने उनकी कार का दरवाजा खोलकर उनका स्वागत किया था। जयवर्धन सिंह के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महल में प्रवेश किया था। इसके बाद सिंधिया किले के भीतर स्थित महल का नजारा लेते हुए महल में चले गए था। जहां इंतजार कर रहे जयवर्धन सिंह के परिवार के लोगों ने उनका स्वागत किया था। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जयवर्धन सिंह के परिवार के साथ लंच किया था। इस दौरान दिग्विजय सिंह महल में नहीं थे लेकिन बताया जाता है कि जयवर्धन सिंह ने सिंधिया और दिग्विजय सिंह की फोन पर बात कराई थी।
दिग्विजय की नर्मदा यात्रा में भी शामिल हुए थे सिंधिया:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह दो विपरीत धुव्रों के नेता थे। इसके बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा में शामिल हुए थे। सिंधिया कुछ दूर तक भगवा झंडी लेकर उनकी यात्रा में सहयोग करने पहुंचे थे।