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Thursday, February 27, 2020

लोकसभा में पार्टी की बड़ी जीत में निभाई थी अहम भूमिका, क्या ईनाम में मिलेगा राज्यसभा का टिकट..?

भोपाल. मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए वोटिंग होनी है। राज्यसभा पहुंचने की रेस में भाजपा के कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। वर्तमान समीकरण के हिसाब से बीजेपी के खाते में केवल एक सीट जाती हुई दिखाई दे रही है। लेकिन उसके बाद भी दावेदारों की सूची लंबी है। भाजपा के दावेदारों में दो नामों की चर्चा सबसे ज्यादा है। भाजपा से प्रभात झा फिर से दावेदारी कर रहे हैं। हालांकि इस बार उनका तीसरा टर्म होगा। इसके साथ ही पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक रेस में यहीं दोनों नेता सबसे आगे हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
कैलाश के पास बंगाल का प्रभार:-
कैलाश विजयवर्गीय के पास फिलहाल पश्चिम बंगाल का प्रभार है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 2014 की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। माना जा रहा है कि लोकसभा में अच्छे प्रदर्शन के ईनाम के रूप में राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रदर्शन:-
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि भाजपा को वोट प्रतिशत 40.6 फीसदी रहा था। वहीं, 2014 में पार्टी ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि उसका वोट प्रतिशत 17 फीसदी था। 2019 में पश्चिम बंगाल में भाजपा की जीत का श्रेय पश्चिम बंगाल भाजपा के साथ-साथ कैलाश विजयवर्गीय को भी दिया गया था। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव तक कैलाश विजयवर्गीय प्रभारी बने रह सकते हैं।
ये भी हैं दावेदार:-
प्रभात झा और कैलाश विजयवर्गीय के अलावा भाजपा के कई औऱ नेता भी राज्यसभा चुनाव के लिए दावेदारों की रेस में शामिल हैं। एससी-एसटी कोटे से लाल सिंह आर्य और रंजना बघेल के नाम हैं। उधर विनोद गोटिया और विजेश लुनावत के नाम पर भी विचार पार्टी कर सकती है। भाजपा प्रदेश चुनाव समिति दावेदारों का एक पैनल बनाकर भेज सकती है। केंद्रीय संगठन उम्मीदवार का अंतिम फैसला करेगा।