Breaking

Wednesday, February 19, 2020

शहीद मेजर विभूति शंकर के सपने को साकार करेंगी उनकी पत्नी, बनेंगी सैन्य अफसर

देहरादून (उत्तराखंड)। जम्मू और कश्मीर में शहीद हुए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के विभूति शंकर ढौंडियाल की शहादत को 1 साल पूरा हो गया. मंगलवार को उनकी पहली बरसी पर उनकी पत्नी ने उनके सपने को साकार करने की बात कही. शहीद की पत्नी ने सेना में जाने का मन बना लिया है. इसके लिए वो तैयारियां कर रही हैं. विभूति शंकर की पत्नी निकिता ने हाल ही में एसएससी की परीक्षा भी पास की.
पिछले साल मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल कश्मीर के पिगलिंग इलाके में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. मंगलवार को उनके आवास पर श्रद्धांजलि सभा रखी गई. विभूति शंकर तिरंगे में लिपटकर पिछले साल 18 फरवरी को ही घर आए थे.
शहीद विभूति ढौंडियाल की देश के लिए कुछ भी कर गुजरने की चाह थी. उसी तरह शहीद की पत्नी निकिता भी देश के लिए कुछ कर गुजरने की चाह के साथ एक कदम और आगे बढ़ चुकी हैं. भारतीय सेना में सैन्य अफसर बनने की ओर वह कदम बढ़ा चुकी हैं.
निकिता ने बताया कि उन्होंने टेस्ट और साक्षात्कार पास कर लिया है. उनकी सैन्य अफसर बनने की चाहत में उनका परिवार उनका पूरा साथ दे रहा है. निकिता ने बताया कि वह शहीद विभूति के सपने को पूरा करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि मुझे मेरे शहीद पति का सपना पूरा करना है.
वहीं शहीद विभूति की मां ने कहा कि निकिता अपने शहीद पति के हर सपने को साकार करना चाहती है. बस कुछ ही समय में वो सेना की वर्दी पहन कर देश की सेवा करेगी.
34 वर्षीय मेजर विभूति ढौंडियाल सेना के 55 आरआर में तैनात थे. वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे. वर्ष 2018 अप्रैल माह में उनकी शादी हुई थी. शादी को एक साल भी नहीं हुआ था जब उनकी शहादत की खबर आ गई. मुश्किल घड़ी में उनकी पत्नी निकिता ने न केवल खुद को बल्कि परिवार को भी संभाला.