भोपाल. ग्वालियर राजपरिवार के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस (Congress) से नाता तोड़ लिया है. वे बुधवार को बीजेपी (BJP) में शामिल हो चुके हैं. इसके बाद कांग्रेस नेताओं के सुर बदलते दिख रहे हैं. कमलनाथ सरकार के एक मंत्री ने उनके बीजेपी में शामिल होने पर तंज कसा है. एमपी के पशुपालन मंत्री पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का दावा है कि सिंधिया बीजेपी में अंतिम पंक्ति के नेता बनकर रह जाएंगे. उन्होंने सिंधिया के इस निर्णय को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा, वे बीजेपी में हाशिए पर चले जाएंगे.
बीजेपी में है नेताओं की लंबी फेहरिस्त:-
मीडिया से बातचीत में यादव ने कहा कि बीजेपी में नेताओं की लंबी फेहरिस्त है. इसलिए वो वहां अंतिम पंक्ति के नेता बनकर रह जाएंगे. वहीं, सिंधिया के जाने के बाद उनके विश्वसनीय मंत्रियों और विधायकों को लेकर पशुपालन मंत्री का कहना है कि कुछ विधायकों से बात की जा रही है. वो हमारे संपर्क में है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर किसी भी तरह के संकट से साफ इनकार किया.
ग्वालियर-चंबल के विधायकों को मिली डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी:-
मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच कांग्रेस विधायक पूरे आत्मविश्वास में नजर आ रहे है. इस दौरान ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आने वाले विधायकों पर कांग्रेस नेतृत्व ने भरोसा जताया है. इन विधायकों को सिंधिया के पाला बदलने के बाद डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी. ताकि पार्टी का कम से कम नुकसान हो सके.
भोपाल में मौजूद हैं ये मंत्री:-
जानकारी के लिए बता दें कि कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, पशुपालन मंत्री लाखन सिंह, ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, वित्त मंत्री तरुण भनोत, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह, वन मंत्री उमंग सिंघार, संसदीय कार्यमंत्री डॉ.गोविंद सिंह भोपाल में ही रुके हैं.
मंत्री का है यह कहना:-
भोपाल में इन मंत्रियों की मौजूदगी पर पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि कुछ मंत्रियों को राजधानी भोपाल में ही रोका गया है. जबकि ग्वालियर-चंबल से आने वाले मंत्रियों को डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी दी गई है. माना जा रहा है कि पशुपालन मंत्री लाखन सिंह और संसदीय कार्यमंत्री डॉ.गोविंद सिंह को इस कमान के लिए कांग्रेस ने जिम्मेदारी सौंपी है. ताकि कमलनाथ सरकार पर छाए इस संकट से निपटा जा सके.