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Sunday, March 15, 2020

BJP विधायकों से मिलने होटल पहुंचे शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल से मिले नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव

हरियाणा। बीजेपी के सभी विधायक हरियाणा के मानसेर स्थित होटल में रुके हुए हैं। बीजेपी के बड़े नेता लगातार विधायकों की निगरानी कर रहे हैं। होटल में पहली बार पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान उनसे मिलने के लिए पहुंचे हैं। शिवराज सिंह चौहान शनिवार शाम को ही दिल्ली चले गए थे। वहां पहुंचने के बाद वह लगातार पार्टी के आला नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।
दिल्ली जाने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी नेताओं के साथ भोपाल में राज्यपाल से मुलाकात की थी। उसके बाद वह दिल्ली गए थे। वहीं, देर रात राज्यपाल ने प्रदेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सीएम को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए चिट्ठी लिखी थी। फ्लोर टेस्ट की बात सामने आते ही बीजेपी और कांग्रेस में खलबली मच गई। भोपाल से लेकर दिल्ली तक में दोनों दल के नेता मैराथन बैठक करने लगे।
नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर मीटिंग:-
मीटिंग शुरुआत केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास से हुई। नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे थे। तीनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक वहां बैठक की और प्रदेश की राजनीतिक हालात को लेकर चर्चा की। बैठक के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि फ्लोर टेस्ट के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल पहुंच सकते हैं और अपने गुट के विधायकों को साधने की कोशिश करेंगे।
कानूनी राय ली:-
इसके बाद चारों नेता सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता के घर पहुंचे। वहां चारों नेताओं ने कानूनी दांव पेंच के बारे में समझा। अगर सदन में बागी विधायक उपस्थित नहीं होते हैं तो फिर क्या-क्या हो सकता है। अब चर्चा है कि ये सभी नेता गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे। गृह मंत्री शाह से मिलने से पहले शिवराज सिंह चौहान मानसेर स्थित होटल पहुंचे हैं, जहां उन्होंने बीजेपी विधायकों से बात की है।
राज्यपाल से भी मिले नेता:-
इधर भोपाल में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल लालजी टंडन से जाकर मुलाकात की। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये सरकार अल्पमत में आ चुकी है। वहीं, गोपाल भार्गव ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि बजट सत्र को चलने दें। प्रदेश की सरकार कोरोना का बहाना न बनाएं। क्योंकि कमलनाथ के मंत्रियों ने यह संकेत दिए हैं कि राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाए।