भोपाल : मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक को लेकर शुक्रवार की सुबह मुख्यमंत्री कमलनाथ राजभवन में राज्यपाल से मिलने पहुचें। सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को सरकार की वर्तमान स्थिति और मध्यप्रदेश सरकार के संबंध में कई अन्य मसलों पर चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को तीन पन्नों का पत्र भी सौंपा, जिसमें विधानसभा के आगामी सत्र में अध्यक्ष द्वारा निर्धारित तिथि पर फ्लोर टेस्ट की मांग की। साथ ही सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को एक पत्र सौंपकर बेंगलुरू में मौजूद 22 बागी विधायकों की रिहाई सुनिश्चित कराने की भी मांग की।
"मैं 10 साल मुख्यमंत्री रहूंगा:-
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात के बाद बाहर मीडिया से कहा - मैं 10 साल मुख्यमंत्री रहूंगा। भाजपा षड्यंत्र कर रही है, तो उसे करने दो। मैंने आज राज्यपाल से मिलकर बताया कि हमारे 22 विधायकों को कैद किया गया है। उनसे मीडिया सहित अन्य किसी लोगों का संपर्क नहीं हो पा रहा। यह पूरा षड्यंत्र भाजपा का है। मैं पूरी हिम्मत और जोश से इस सरकार को बचा लूंगा।
राज्यपाल के अभिभाषण और बजट पर फ्लोर टेस्ट
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि यह सच्चाई पूरा देश देख चुका है कि किस प्रकार से कांग्रेस विधायकों को कैद रखा गया है..आप 22 विधायकों को कैद कर लें और फिर फ्लोर टेस्ट की मांग करे, यह पूरी तरह से गलत है। फ़्लोर टेस्ट तब संभव, जब वे स्वतंत्र हो...उन्हें मीडिया के सामने लाया जाये। कमलनाथ ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण और बजट पर फ्लोर टेस्ट हो ही जायेगा।
कोरोना वायरस राजनीति में भी है:-
सियासी संकट के बीच प्रदेश सरकार बजट सत्र टालने का मूड बना रही है। इसके लिए कोरोना वायरस के खतरे को ढाल बनाया जा रहा है। प्रदेश के संसदीय मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस के खतरे के कारण प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र स्थगित किया जा सकता है।
6 मंत्रियों को किया बर्खास्त:-
राज्य में बीते एक सप्ताह से सियासी खींचतान मची हुई है। कांग्रेस के 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इनमें से 19 विधायक बेंगलुरू में है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बेंगलुरू गए छह मंत्रियों को बर्खास्त करने की राज्यपाल से सिफारिश की थी। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
बतादें कि राज्यपाल 8 मार्च को होली की छुट्टी पर लखनऊ गए हुए थे और गुरुवार की देर रात को ही भोपाल लौटे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को 11 बजे राज्यपाल से मुलाकात की। कहा जा रहा है कि 16 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के मुद्दे के अलावा राजनीतिक परिदृश्य पर भी सीएम ने उनके साथ चर्चा की।