कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने से पहले ही डिप्टी स्पीकर एम. कृष्णा रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह 2018 के चुनाव में जनता दल (एस) के टिकट पर चिंतामणि विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे।
विधानसभा स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने मंगलवार को सदन को सूचित किया कि उन्होंने रेड्डी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि आज के एजेंडा में नियम 169 के तहत डिप्टी स्पीकर को पद से हटाने के लिए प्रस्ताव लाया जाना है। लेकिन अब वह उसे वापस लेते हैं।
कागेरी ने सदन में कहा, 'कर्नाटक विधानसभा के डिप्टी स्पीकर एम. रेड्डी ने आज अपना इस्तीफा दे दिया है। मैंने उसे स्वीकार कर लिया है। इसलिए, मैं आज के एजेंडा से प्रस्ताव पेश किया जाना वापस लेता हूं।"
किट्टूर से विधायक डोड्डागौदर महंतेश बसवंतारे तथा अन्य की ओर से डिप्टी स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव पेश किया जाना कार्यसूची के एजेंडा में था। प्रस्ताव में डिप्टी स्पीकर के सदन का विश्वास खोने का उल्लेख था।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने हाल ही में रेड्डी को इस बात के संकेत दे दिए थे कि उन्हें डिप्टी स्पीकर पद से इस्तीफा देना पड़ेगा, क्योंकि उनका निर्वाचन पिछली सरकार में हुआ था।
मालूम हो कि एचडी कुमारस्वामी नीत जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार के कार्यकाल में रेड्डी 6 जुलाई, 2018 को डिप्टी स्पीकर चुने गए थे। लेकिन यह गठबंधन सरकार आंतरिक कलह के कारण पिछले साल जुलाई में गिर गई थी और उसके बाद येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी। सवादत्ती से भाजपा विधायक आनंद ममानी ने हाल ही में डिप्टी स्पीकर बनने की इच्छा जाहिर की थी।