नई दिल्ली। कोरोना (Coronavirus) के आतंक से पूरी दुनिया जूझ रही है। स्पेन, इटली, अमेरिका और चीन में सबसे ज्यादा हालत खराब है। भारत में भी कोरोना ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। ज्यादा लोग इससे प्रभावित न हो इसलिए देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है। मगर अमेरिकन कंसल्टिंग फर्म बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की एक नई स्टडी ने देश की चिंता बढ़ा दी है। रिपोर्ट के अनुसार इंडिया (India) में जून के तीसरे हफ्ते में कोरोना का कहर बढ़ सकता है।
रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भारत में जून के तीसरे सप्ताह तक COVID-19 के संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। बीसीजी ने ये रिपोार्ट कोरोना वायरस महामारी पर रोकथाम के उपायों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें 25 मार्च तक देश में कोरोना से निपटने की तैयारी, वर्तमान में संक्रमित होने वाले लोगों के आंकड़े और इससे रिकवर होने वाले लोगों की तादाद आदि को ध्यान में रखा गया है।
बीजीसी की ये रिपोर्ट जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के डेटा का पूर्वानुमान लगाने वाले मॉडल पर आधारित है। इसके अनुसार अगर भारत में लॉकडाउन की अवधि अभी नहीं बढ़ाई जाती है तो कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में एकदम से इजाफा हो सकता है। इससे महामारी पूरे देश में अपना जाल फैला सकता है। इसलिए लॉकडाउन को सितंबर महीने तक बढ़ा देना चाहिए। अगर जून के बाद हालात सामान्य लगते हैं तो इस बारे में विचार किया जा सकता है। मालूम हो कि मोदी सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए 22 मार्च को जनता कफ्र्यू का आवाहन किया था। इसके बाद से पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया।