भोपाल. कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें आयुर्वेद को प्रमोट कर रही है। मिल रही जानकारी के अनुसार, प्रदेश की शिवराज सरकार काढ़ा के बाद अब अणु तेल खरीदने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि सरकार ने वन विभाग से जुड़े लघु वनपोज संघ तो इसके लिए ऑर्डर भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि सरकार इसे कोरोना से संक्रमित इलाकों में फ्री में बंटवाएगी।
दरअसल, केन्द्र की सरकार हो या राज्य की, सबकी कोशिश है कि कोरोना महामारी को किसी तरह फैलने से रोका जाए। इसके लिए सरकार हर तरह से कोशिश कर रही है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अभी तक कोरोना वायरस की कोई दवा नहीं बना हैं। ऐसे में सरकार देसी नुस्खों और परंपरागत आयुर्वेदिक पद्धति पर ही भरोसा कर रही है।
यही कारण है कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने एक दिन पहले ही फ्री में एक करोड़ काढ़ा बांटने के लिए जीवन अमृत योजना की शुरुआत की। अब खबर मिल रही है कि सरकार अणु तेल भी खरीदने जा रही है।
क्या है अणु तैल:-
अणु तेल एक आयुर्वेदिक तेल है, जो नाक के लिए बनाया जाता है। जानकारी के अनुसार, सिर दर्द, एलर्जी, साइनस दर्द और नाक की झिल्ली की सूजन से छुटकारा दिलाता है। बताया जाता है कि अणु तेल सिर, नाक, गर्दन, मस्तिष्क, आंख, चेहरे और कान की बीमारी को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जानकारी के अनुसार, इसकी दो बूंद नाक में डालने से एक प्रोट्क्शन लेयर बन जाती है, जो संक्रमण को नाक के द्वार से शरीर में प्रवेश करने से रोकती है। दिन में एक बार इस्तेमाल करने पर इसका असर 24 घंटे तक रहता है।
कैसे बनता है अणु तेल:-
इस आयुर्वेदिक दवा के निर्माण में लगभग 27 जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। तिल तेल के साथ 27 अन्य औषधियों तिल का तेल, बकरी का दूध एवं जल आदि के सहयोग से अणु तेल का निर्माण किया जाता है। बताया जाता है कि ये सांस सहित नाक से जुड़ी बीमारियों में कारगर सिद्ध होता है। इसका सबसे बड़ा असर बाहरी संक्रमण को शरीर के अंदर नाक के रास्ते रोकने में होता है।