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Saturday, May 2, 2020

लॉकडाउन: नेकी 110 बेसहारा परिवारों के मुखिया बने पुलिस अधीक्षक

नीमच (मध्यप्रदेश)। शहर के हाट-बाजार क्षेत्र में करीब 110 झोपड़ियां बन गई हैं। इनमें एक झोपड़ी पूजा संजय की है। पूजा इन दिनों अपने भाई-बहन के साथ यहां रह रही है। विडंबना यह है कि पति गुजरात में मजदूरी करने गए और लॉकडाउन में फंसे हैं। पूजा के माता-पिता निम्बाहेड़ा में फंस गए। मजदूरी से पेट भरने वाली पूजा इन दिनों अपने तीन माह के एक बेटे को संभालने में जुटी है। लॉकडाउन अवधि में अचानक रोजगार का संकट खड़ा हुआ और मासूम बच्चे के दूध तक की व्यवस्था नहीं हो सकी। उधर अचानक सख्ती और रौबदार आवाज के लिए पहचाने जाने वाला पुलिस महकमा व्यवस्थाओं का मुआयना करने यहां पहुंच गया।
नतीजा यह रहा कि इस झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र में पुलिस महकमे का यहां आना राहत की खबर ले आया। यहां की दयनीय हालात देख पुलिस कप्तान ने एक या दो नहीं बल्कि 110 परिवारों को गोद ले लिया। लगभग 36 दिन से 700 लोगों के भरण पोषण की व्यवस्था पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय के जिम्मे है। पिछले एक महीने से अधिक समय से यहां एक प्रधान आरक्षक नोडल अधिकारी बनकर झुग्गी झोपड़ी के इन परिवारों की देखभाल कर रहे हैं। यहां अब तक राशन व दूध वितरण के साथ सैनिटाइजर और मास्क भी वितरित किए जा चुके हैं।
दायित्वों को निभाने में जुटी है पुलिस:-
लगभग 36 दिन से 700 लोगों के जीवन यापन का आधार बने पुलिस महकमे के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि शहर के भ्रमण पर निकले पुलिस अधीक्षक राय और वे स्वयं इस क्षेत्र में पहुंचे थे। अचानक कुछ लोग मायूसी से खड़े दिखे। वाहन रोककर पूछताछ की तो पता चला कि यह सभी दैनिक मजदूरी वाले परिवार हैं। अचानक लॉकडाउन हो जाने से रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया। पुलिस अधीक्षक राय व अन्य साथियों ने तत्काल निर्णय लिया कि किसी समाजसेवी संगठन की जगह स्वयं इन परिवारों को गोद लेते हैं। एसपी राय के निर्देशन में प्रति सप्ताह यहां राशन व साबुन सहित अन्य सामग्री वितरित की जा रही है। प्रधान आरक्षक कैलाश कुमरे ने बताया कि प्रतिदिन यहां दूध वितरण किया जाता है। झुग्गी में रहने वाली पूजा, रानी व बाबूलाल ने बताया कि एसपी क्षेत्र में आए थे। वे अक्सर यहां आ जाते हैं। उन्होंने पुलिस के अन्य लोगों की ड्यूटी लगा रखी है। वे हमारी देखभाल करते हैं। बेरोजगारी के बावजूद उन्हें राशन मिल गया।
इनका कहना है:-
लॉकडाउन और कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए हर व्यक्ति अपने स्तर पर जुटा है। इस विषम परिस्थिति में इंसानियत की परीक्षा भी हो रही है। पुलिस ने सुरक्षा के साथ सामाजिक दायित्व भी निभाए हैं। उन्हें प्रसन्नाता है कि इन दिनों में वे 700 से अधिक लोगों की विनम्रता से सेवा कर सके। 
-मनोज कुमार राय, एसपी नीमच-