रायपुर। लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की मिल रही शिकायतों को लेकर रायपुर पुलिस की 'चुप्पी तोड़ मुहिम' सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। यही नहीं, रायपुर पुलिस के टोल फ्री नंबर को गफलत में देश भर का नंबर समझकर न केवल रायपुर, बल्कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों के अलावा अब उत्तरप्रदेश, गुजरात और राजस्थान से भी शिकायतें पहुंचने लगी हैं। उत्तर प्रदेश और गुजरात से दो व्यक्तियों ने मायके गई पत्नी के घर वापस नहीं लौटने पर मदद की गुहार लगाई है। पीड़ितों का कहना है कि कैसे भी हो, पत्नी को वापस घर भिजवा दो साहब। वहीं राजस्थान से एक शख्स ने ससुराल में बहन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर ससुराल वालों पर कार्रवाई की मांग की है। इन शिकायतों को पुलिस टीम ने नोट कर संबंधित थाना क्षेत्र में भेजने का आश्वासन दिया है।
मुहिम के दसवें दिन तक फोन पर 544 और वाट्सएप पर 20 शिकायतें पुलिस तक आई हैं। इनमें 67 पुरुष और 477 महिलाओं की शिकायतें हैं। 43 शिकायतकर्ताओं के घर जाकर पुलिस ने समझाया। दो शिकायतों पर एफआइआर दर्ज कर गिरफ्तारी की और पांच के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। शेष शिकायतों पर फोन से संपर्क कर समझौता कराया गया।
रायपुर पुलिस ने लॉकडाउन के 42 दिनों के भीतर घरेलू हिंसा की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए 29 अप्रैल से चुप्पी तोड़ मुहिम की शुरुआत की। पुलिस द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर रोज महिलाओं के साथ पुरुषों की भी शिकायतें आ रही हैं। टोल फ्री नंबर को देश भर का नंबर समझकर दूसरे राज्यों के लोग भी शिकायत कर रहे हैं।
एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि चुप्पी तोड़ मुहिम में लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा पर लगातार नियंत्रण पाया जा रहा है। सिर्फ रायपुर से ही नहीं, अन्य राज्यों से भी पीड़ित घरेलू हिंसा की शिकायत कर रहे हैं। यदि कोई घरेलू हिंसा से पीड़ित है या आसपास किसी के साथ ऐसा हो रहा हो तो फोन नंबर 0771-4247110 9479190167 पर कॉल और इस नंबर 9479191250 पर वाट्सएप कर सकते हैं।
केस 1 :
उत्तरप्रदेश के कासगंज जिले के एक न्यूज चैनल से जुड़े नारायण दास (बदला हुआ नाम) ने शिकायत दर्ज कराई कि पत्नी तीन साल से मायके में रह रही है। कई कोशिशों के बाद भी घर नहीं लौट रही। उसका कहना है-पत्नी मायके में अवैध कच्ची शराब बेचती है। समझाया कि गलत काम बंद करके घर आकर रहो, लेकिन मान नहीं रही। उसकी वजह से मेरी बदनामी भी हो रही है। पुलिस से संबंधित थाने में शिकायत प्रेषित करने का आश्वासन मिला है। कैसे भी हो, पुलिस के ही हस्तक्षेप करने से शराब बेचना छोड़कर पत्नी घर लौट सकती है। मदद की दरकार है।
केस 2 :
गुजरात के कच्छ जिले के विनोद कुमार (बदला हुआ नाम) ने टोल फ्री नंबर पर शिकायत की कि साढ़े तीन साल से उसकी पत्नी मायके में रह रही है, घर नहीं लौट रही है। इकलौती बेटी साथ में रह रही है। उसने बताया-पत्नी ने कोर्ट में भरण-पोषण का केस भी लगा रखा है। कोर्ट में मैंने जज के सामने कहा कि मेरी कोई गलती है तो जेल में डाल दें, कोई जवाब नहीं मिला। सोशल मीडिया और पेपर में टोल फ्री नंबर देख कर देश भर का नंबर समझकर सोचा कि शायद शिकायत करने से मदद मिलेगी। पुलिस वालों ने संबंधित थाने जाकर मदद लेने की राय दी।
केस-3 :
राजस्थान के अलवर जिले के रामदास (बदला हुआ नाम) ने टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बहन को जीजा और ससुराल पक्ष के लोग प्रताड़ित कर रहे हैं। उसने बताया-कुछ महीने पहले बहन को घर लेकर आ गया था। बाद में प्रताड़ित न करने का आश्वासन देकर बहन को जीजा लेकर चला गया। कुछ दिनों बाद फिर से प्रताड़ित करने लगा। स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही थी। सोशल मीडिया में टोल फ्री नंबर देखकर बहन को बचाने के लिए कॉल किया। संबंधित थाने से कार्रवाई करवाने का आश्वासन मिला है।