भोपाल. मध्यप्रदेश की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए भाजपा-कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है। लेकिन कांग्रेस में कुछ नेताओं को टिकट देने की बात सामने आने पर विरोध शुरू हो गया है। पार्टी के कई सीनियर नेताओं ने पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की वापसी पर असहमति जताई है और उन्हें पार्टी में शामिल कर टिकट देने का विरोध भी किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हुई बैठक में पार्टी छोड़कर भाजपा में गए नेताओं को टिकट देने को लेकर जमकर विरोध हुआ है।
इन नेताओं का विरोध:-
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को उपचुनाव में टिकट देने का विरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक, अजय सिंह ने बैठक में कहा- जिन लोगों ने पार्टी से गद्दारी की और विधानसभा के फ्लोर पर विरोध किया उनको टिकट नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा- हम भी पार्टी छोड़कर चले जाते हैं फिर हमें शामिल कर लेना। अजय सिंह की बात का डॉ गोविंद सिंह, किसान कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने समर्थन किया।
क्या सिंधिया को बना दोगे प्रदेश अध्यक्ष:-
दिनेश गुर्जर ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया वापस आ जाएं तो क्या उनको प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाएगा। वहीं, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेमचंद गुड्डू को टिकट देने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर गए नेता वापस आकर पांच साल तक काम करें फिर टिकट मांगे।
कमलनाथ के निवास पर हुई थी बैठक:-
बता दें कि उपचुनाव को लेकर कांग्रेस रणनीति बना रही है। इसी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ के आवास पर एक बैठक हुई थी। इस बैठक में पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ, कमलेश्वर पटेल, विधायक, प्रवीण पाठक, केपी सिंह और अशोक सिंह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बता दें कि 22 नेताओं के इस्तीफे और फिर उनके भाजपा में शामिल होने के कारण कई सीटों पर कांग्रेस के पास बड़े चेहरे नहीं हैं।