Breaking

Saturday, May 23, 2020

कपड़ों की जगह पारदर्शी PPE किट पहन पहुंची नर्स, तस्वीर वायरल सोशल मीडिया पर चर्चा

मास्को। रूसी अस्पताल के पुरुष कोरोना वार्ड में अंडरगारमेंट्स के ऊपर पारदर्शी पीपीई किट पहनने वाली नर्स को अब अपनी नौकरी जाने का डर लग रहा है। बता दें कि इस महिला नर्स की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थी, जिसके बाद रूसी क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी। मंत्रालय ने कहा कि नर्स ने यूनिफार्म के नियमों को तोड़ा है इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
समर्थन में उतरे डॉक्टर्स और नेता:-
महिला नर्स के समर्थन में अस्पताल के डॉक्टर्स, दूसरे सहकर्मी और राजनेता भी उतर आए हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मांग की है कि कोरोना वायरस वार्ड में काम करने वालों को सही पीपीई किट मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि जो पीपीई किट उपलब्ध करवाया गया वह इतना पतला था जो स्वास्थ्यकर्मियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
सोशल मीडिया में तस्वीर वायरल:-
मास्को के 100 मील की दूरी पर स्थित टूला के रीजनल क्लिनिकल हॉस्पिटल में एक मरीज ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया में पोस्ट किया था। नर्स ने अपनी सफाई में अस्पताल प्रशासन से कहा कि उसे इस बात का अहसास नहीं था कि उसने जो पीपीई किट पहना है वह ज्यादा पारदर्शी है।
अस्पताल प्रशासन ने शुरू कार्रवाई:-
अस्पताल प्रशासन ने जांच के दौरान पहले कहा कि महिला ने पीपीई किट के नीचे अंडर गारमेंट्स पहना था। लेकिन, उन्होंने बाद में दावा किया कि वह अंडर गारमेंट नहीं बल्कि स्विमिंग सूट था। बता दें कि नर्स ने घटना पर सार्वजनिक रूप से बात नहीं की है और उसके खिलाफ अब अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया में चर्चा:-
हालांकि सोशल मीडिया में कई लोगों ने नर्स का सपोर्ट भी किया, वहीं कई ने आलोचना भी की। समर्थकों ने कहा कि चिल्लाना तो अस्पताल प्रबंधन पर चाहिए, महिला नर्स ने गर्मी के कारण ऐसा किया। जबकि कई ने कहा कि घोर निराशा से डूबे कोरोना वायरस के मरीजों में आशा का संचार किया।
रूस में कोरोना के 3 लाख से ज्यादा मामले:-
बता दें कि रूस में कोरोना संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि, 2837 मरीजों की मौत हो चुकी है। कई विशेषज्ञों ने रूस में कोरोना के मरीजों के मौत पर सवाल भी उठाए हैं।