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Saturday, May 23, 2020

सिंधिया पर BJP ने घुमाई जादुई छड़ी, बागी EX MLA को मंत्री पद और टिकट दिलाने की जिद छोड़ी- सूत्र

ग्वालियर। मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया, उनके 22 समर्थक पूर्व विधायक और सिंधिया के पीछे-पीछे आँख बंद कर चलने वाले करीब 200 कार्यकतार्ओं को आखिर भाजपा की चाल और चक्रव्यूह के आगे झुकना पड़ा है। जो बागी पूर्व विधायक कल तक हर हाल में विधानसभा चुनाव लड़ने की ताल ठोक रहे थे, आज उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं, वहीं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया कल तक बीजेपी को अपनी उँगलियों पर नचाने का दम भर रहे थे, वो भी अब बीजेपी और आरएसएस की शर्तों पर खुद ता-ता-थैया कर रहे हैं विधानसभा उपचुनाव को लेकर किए गए बीजेपी के आंतरिक सर्वे ने तो सिंधिया की पूरी बाजी ही पलट कर रख दी है। सर्वे की मानें तो जहां 19 सीटों पर बागियों की पराजय निश्चित है, वहीं तीन सीटों पर भी कांटे का मुकाबला देखने को मिलेगा। खरीद-फरोख्त के अतिरिक्त दो सदस्यों की मृत्यु के कारण खाली हुई सीट जौरा और आगर को तो पहले ही कांग्रेस की पक्की सीट माना जा रहा था, और अब इनके साथ 19 सीट और जुड़ने से कांग्रेस का पक्ष जहां बेहद मजबूत हो चुका है, वहीं बीजेपी के सामने कुआं और खाई में से किसी एक को चुनने का संकट चल रहा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए इन 22 बागियों का टिकट कटना उनकी राजनीतिक सौदेबाजी की कीमत का शून्य होने जैसा है परन्तु यदि टिकट नहीं कटता है तो बीजेपी सरकार का भविष्य शून्य होना निश्चित है। सूत्रों की मानें तो बीजेपी संगठन और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बागियों को टिकट नहीं देने के सम्बन्ध में तीन दौर की बातचीत हो चुकी है और बहुत जल्द इसकी औपचारिक घोषणा भी कर दी जाएगी। दोनों के बीच तय नए फार्मूले के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया के राज्यसभा जाने और उनके केन्द्र में मंत्री बनने के मार्ग में इससे कोई रुकावट नहीं आएगी, और अब जल्द ही सिंधिया केन्द्र में मंत्री बन भी जाएंगे।