करैरा। सुबह मंडी के समय व्यापारी बीच सड़क पर सब्जी लगाकर सड़क पर जाम लगवा देते है। जिस जगह यह सड़क पर थोक मंडी लगाते हैं। वह बस स्टैंड जाने का रास्ता है। सुबह के समय इनकी वजह से बसें तो छोड़ो दोपहिया वाहन तक नही निकल पाता है। जिससे स्थानीय नागरिक काफी परेशान हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इसके खिलाफ कोई कदम नही उठा रहे हैं।
बस स्टैंड के बाहर मेन रोड पर प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे से 9:00 बजे तक जाम लग जाता है इस जाम लगने के कारण दोनों तरफ का ट्रैफिक एक ही रोड पर चलता है और एक रोड पर चलने के कारण आवागमन अवरुद्ध हो जाता है इस को लेकर स्थानीय नागरिकों ने कई बार प्रशासन को बताया। हाल ही में शांति समिति की आयोजित बैठक में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से स्थानीय पत्रकारों ने उठाया, परंतु प्रशासन ने इस मुद्दे को बड़े हल्के में ले कर टाल दिया। जबकि रोड पर जाम लगना व लगाना दोनों अपराध की श्रेणी में आता है। इसका उत्तर दायित्व स्थानीय प्रशासन, नगर पंचायत एवं पुलिस का है। फिर भी रोड से जाम नहीं हटाया जाता। उल्लेखनीय है कि थोक सब्जी मंडी के लिए स्थानीय कृषि उपज मंडी में पूर्व से जगह चयनित है। परंतु थोक सब्जी मंडी आड़तियां मंडी में जाने को तैयार नहीं है तथा पूर्व में उक्त सब्जी की थोक मंडी दुकानों के पीछे जमीनों पर लगाई जाती थी। परंतु दो-तीन साल से ही यह मंडी पीछे की जगह मेन रोड पर लगाई जाने लगी है। कुछ सब्जी विक्रेताओं ने दबी जुबान यह भी कहा कि हमारी व्यवस्था मैं कोई अवरोध नहीं बन सकता, क्योंकि हमारी सुविधा शुल्क (फ्री में सब्जी) स्थानीय स्तर के कई अधिकारी-कर्मचारीयों के यहां तो जाती ही है साथ ही कई जनप्रतिनिधि भी सब्जी फ्री में ले रहे हैं। आखिर स्थानीय प्रशासन उक्त जाम पर कब निर्णय लेगा, यह जाम हटाया भी जाएगा या कोई बड़ी दुर्घटना के इंतजार में प्रशासन तबतक मूक दर्शक बना रहेगा।
•एसडीएम करैरा डीसी शुक्ला ने बताया कि कुछ दिन पहले ही हम मंडी में गए थे। जरूरी काम की वजह से भोपाल जाना पड़ गया। मैं जल्द सब्जी फल मंडी व्यापारियों को अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर ही खरीद फरोख्त के निर्देश दूंगा।