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Thursday, September 6, 2018

एससी-एसटी एक्ट के विरोध में भाजपा के पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी का पार्टी से इस्तीफा, पूर्व सीएम उमा भारती के है चहेते

रीवा। मध्यप्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया गया है। विंध्यक्षेत्र में जहां सवर्ण समाज ने गुरुवार को भारत बंद का समर्थन कर शासन-प्रशासन की नींद -हरामकर दी है। वहीं मऊगंज के पूर्व विधायक व भाजपा के दिग्गज नेता लक्ष्मण तिवारी ने पार्टी की गलत नीतियों से खिन्न होकर इस्तीफा दे दिया है। उक्त इस्तीफे के एलान उन्होंने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिया है। लक्ष्मण तिवारी के सहयोगियों की मानें तो प्रदेशभर में भाजपा अपने नीतियों से हटकर कार्य कर रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। अफसर शाही हावी हो गई। कार्यकर्ता क्या नेता तक की कोई सुनने वाला नहीं है। एससी-एसटी एक्ट का जबरदस्त विरोध इसका उदाहरण है। इसलिए तिवारी भाजपा से इस्तीफा दे रहे है।
ये है मामला-
बता दें कि, एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बढ़ते जनसमर्थन को देखते हुए प्रदेशभर में राजनेता पसोपेश में दिखाई दे रहे हैं। साथ ही नेताओं को लोगों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ रहा है, लेकिन विरोध-प्रदर्शन के बीच रीवा के राजनेता लक्ष्मण तिवारी का खुलकर इस एक्ट के विरोध में सामने आए हैं। पूर्व विधायक व भाजपा नेता लक्ष्मण तिवारी ने एससी एसटी एक्ट के विरोध में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
पूर्व सीएम उमा भारती के थे चहेते-
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के चहेते थे। उमा भारती ने भाजपा को छोड़कर भारतीय जन शक्ति पार्टी बनाई थी। रीवा से लक्ष्मण तिवारी की सवर्ण समाज पार्टी भी भारतीय जन शक्ति पार्टी के समर्थन में आ गई थी। लक्ष्मण तिवारी 2008 में मऊगंज से विधायक चुने गए। इसके बाद बदले राजनीतिक समीकरण के चलते उमा भारती की पार्टी भारतीय जन शक्ति का भाजपा में विलय हो गया। जिसके साथ तिवारी भी 2011 में भाजपा में आ गए थे।
जिला बनाने की उठाई थी सशक्त मांग-
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने अपने कार्यकाल में मऊगंज को जिला बनाने की उठ रही मांग को बल देते हुए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ी। सरकार ने आश्वासन भी दिया था। प्रक्रिया भी शुरू हुई थी लेकिन घोषणा नहीं होने के चलते मांग अधूरी रह गई। इस बीच अपर कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना कर संकेत भी दिया गया था कि यह क्षेत्र सरकार के लिए महत्वपूर्ण है। कहा है कि प्रदेश में अब कोई भी जिला बनने की वरीयता रखता है तो वह मऊगंज है। यदि दूसरा कोई जिला घोषित हुआ तो मऊगंज की जनता के साथ बड़ा आंदोलन करेंगे।
क्या होगा अगला कदम-
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी का अगला कदम क्या होगा, इसको लेकर सूबे तरह-तरह की चर्चाएं गर्म हैं। हालांकि उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि वे प्रदेश में प्रदेश में शिवराज सरकार की मनमानी के विरोध में यात्रा निकालेंगे। उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने के बाद उनकी यात्रा शुरू होगी, जो सभी विधानसभाओं में जाएगी। तिवारी ने कहा कि वे जनता को सरकार की नाकामियां बताएंगे।