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Thursday, August 22, 2019

सिविल जज परीक्षा में शिवपुरी का जलबा, 12 युवा बने सिविल जज

शिवपुरी। घोषित सिविल जज परीक्षा के परिणाम में शिवपुरी के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। शिवपुरी जिले से 12 छात्र छात्राएं सिविल जज बनने में सफल रहे। शिवपुरी की प्राची चौधरी ने चयन सूची में तीसरी रैंक, चाहना त्रिवेदी ने 28वीं रैंक, हर्षबद्र्धन धाकड़ ने 39वीं रैंक, कोलारस की निशा रघुवंशी ने 34वीं रैंक, आयुषी  चौबे ने 26वी रैंक और करैरा के जयदीप मौर्य ने 14वीं रैंक हासिल कर शिवपुरी जिले का नाम रोशन किया है। शिवपुरी जिले के जो परीक्षार्थी सिविल जज बनने में सफल रहे हैं उनके नाम है प्राची चौधरी, सीमा धाकड़, हर्षबद्र्धन धाकड़, तनुश्री शिवहरे, आयुषी चौबे, दीपू शाक्य, चाहना त्रिवेदी, जयदीप मौर्य, निशा रघुवंशी, विनय राजपूत और रिचा भट्ट, मोहनी त्रिवेदी। इनमें जिला मुख्यालय के अलावा कोलारस, करैरा और पिछोर के विद्यार्थी शामिल हैं जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। 
तीसरी बार प्राची को सफलता हुई हासिल:-
सिविल जज परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली प्राची चौधरी ने यह सफलता अपने तीसरे प्रयास में प्राप्त की है। दो बार वह इंटरव्यू तक पहुंचने में सफल रही, लेकिन चयनित नहीं हो सकी। प्राची ने बताया कि वर्ष 2005 में विधि की पढ़ाई समाप्त करने के बाद मैंने दिल्ली में सिविल जज की कोचिंग ज्वॉइन की। वर्ष 2016 में मैं शिवपुरी वापस आई और मैंने अपने स्तर पर सिविल जज की तैयारी शुरू की। प्राची चौधरी के पिता प्रमोद चौधरी स्कूल संचालक हैं जबकि मां पूनम चौधरी हाउस वाइफ। शिवपुरी के वरिष्ठ अभिभाषक गणेश प्रसाद वर्मा उनके मौसा हैं। प्राची ने बताया कि दो बार चयन न होने के कारण वह निराश हो गई थी, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और जिसका परिणाम यह हुआ कि मुझे तीसरी रैंक  हासिल हुई। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि उन्हें हिम्मत नहीं हारना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढऩा चाहिए। सफलता अवश्य मिलेगी। 
हिम्मत नहीं हारी तो मिली सफलता : चाहना त्रिवेदी:-
सिविल जज परीक्षा में 28वीं रैंक हासिल करने वाली चाहना त्रिवेदी ने बताया कि हिम्मत न हारने के कारण उन्हें सफलता मिली। 2014 में लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने इंदौर में रहकर सैल्फ तैयारी की और सिविल जज की परीक्षाएं दी, लेकिन कुछ नम्बरों से मुझे सफलता मिलते मिलते  रह गई, परंतु मैंने हिम्मत नहीं हारी। परिजनों और दोस्तों ने भी मेरा हौंसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि मैंने सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग पढ़ाई के लिए किया और कई शिक्षा के ग्रुप से जुड़ी। 
मेहनत और ईश्वर की कृपा सफलता के लिए जरूरी : निशा रघुवंशी:-
सिविल जज परीक्षा में चयनित कोलारस की निशा रघुवंशी भाजपा नेता परमाल सिंह रघुवंशी की पुत्री हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मेहनत और ईश्वर की कृपा को दिया। निशा बताती है कि उन्होंने सिविल जज बनने का लक्ष्य बना लिया था और अंतत: इस लक्ष्य में उन्हें सफलता हासिल हुई। 
सिविल जज बनकर दादा के सपने को किया पूरा:-
सिविल जज परीक्षा में चयनित तनुश्री शिवहरे नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष स्व. लक्ष्मीनारायण शिवहरे की पोती और तरूण सत्ता के प्रधान संपादक डॉ. रामकुमार शिवहरे की भतीजी एवं समाजसेवी राजेंद्र शिवहरे और पूर्व पार्षद वंदना शिवहरे की सुपुत्री हैं। तनुश्री शिवहरे बताती हैं कि बचपन में उनके दादाजी लक्ष्मीनारायण शिवहरे उन्हें खिलाते समय कहते थे बेटा न्याय की देवी बनना और उनके दिए हुए आशीर्वाद के कारण ही मैं आज सिविल जज बनने में सफल रही। तनुश्री ने बताया कि कानूनों के ज्ञान पर उन्होंने विशेष ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा करेंट अफेयर्स की जानकारी भी उन्होंने अप टू डेट रखी। 
पहले प्रयास में मिली जयदीप को सफलता:-
करैरा के जयदीप मौर्य को पहले प्रयास में सिविल जज बनने में सफलता हासिल हुई। जयदीप के पिता दीपेंद्र मौर्य पेशे से शिक्षक हैं। जयदीप बताते हैं कि उन्होंने अपने पिता के मार्गदर्शन में सफलता हासिल की है। लॉ उत्तीर्ण करने के बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि सिविल जज बनना है। लॉ के पांचवे साल से ही उन्होंने सिविल जज की तैयारी शुरू कर दी। 
तीसरे  प्रयास में मिली मोहनी को सफलता:-
आदिम जाति  कल्याण विभाग में यूईडीसी के पद पर कार्यरत लोकेंद्र सिंह भदौरिया की सुपुत्री मोहिनी भदौरिया भी  सिविल जज  बनने में सफल रही है। उनके पिता ने बताया कि मोहनी ने सिविल जज बनने का तय कर लिया था और वह सोते जागते उठते  बैठते सिविल जज बनने का सपना देखती थी और अंतत: इसमें वह सफल हो गई। 
हर्षबर्द्धन दूसरे प्रयास में बने सिविल जज:-
शिवपुरी के उत्कृष्ट विद्यालय के व्याख्यता आरआर धाकड़ के सुपुत्र हर्षबद्र्धन धाकड़ दूसरे प्रयास में सिविल जज बनने में सफल रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में 49 रैंक प्राप्त की है। इससे पहले उत्तरप्रदेश की सिविल जज परीक्षा में भी चयनित हो चुके हैं। हर्षबद्र्धन के चयनित होने से उनके परिवार में खुशी का वातावरण है।