पिछोर विधायक केपी के गढ़ में भाजपा नेताओं ने हजारों कार्यकर्ताओं के बीच भरी हुंकार
शिवपुरी-पिछोर। विधायक केपी सिंह सहित प्रदेश सरकार पर भाजपा नेताओं ने मंगलवार को जमकर हुंकार भरी। पिछोर के छत्रसाल स्टेडियम में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा व सांसद केपी यादव सहित अन्य नेताओं ने न सिर्फ सरकार को जमकर घेरा बल्कि पिछोर में भाजपा कार्यकर्ताओं सहित जनता पर झूठे केस दर्ज किए जाने को लेकर ललकारा। शिवराज सिंह ने कहा कि पिछोर की जमीन से जंग का ऐलान करने आया हूं। थाने में झूठे केस लादे जा रहे हैं और लोगों को फर्जी फंसाया जा रहा है। थाने में हत्याएं हो रही हैं। यह जुल्म बंद करें, वरना भोपाल घेरूंगा। विधानसभा चुनाव के बाद से ही पिछोर प्रदेश भर में छाया हुआ है। यहां कांग्रेस के कददावर विधायक केपी सिंह और भाजपा नेता प्रीतम लोधी के बीच रार ठनी हुई है। प्रीतम चुनाव हारने के बाद से लगातार केपी सिंह को निशाने पर लिए हुए हैं। हालात भी उनका साथ दे रहे हैं। मंगलवार को पिछोर में दूसरी बार पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मेगा शो में भागीदारी कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। स्थानीय विधायक केपी को भी निशाने पर लिया। यहां प्रभात झा के निशाने पर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे। छत्रसाल स्टेडियम में करीब 15 से 20 हजार लोगों की मौजूदगी में पहले आमसभा में ललकारा गया तो जेल भरो आंदोलन के क्रम में पूर्व सीएम शिवराज चौहान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा व सांसद केपी यादव, कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी, पूर्व विधायक नरेन्द्र बिरथरे,प्रहलाद भारती, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी सहित भाजपा नेता प्रीतम लोधी ने गिरफ्तारी दी।
इंदिरा गांधी के आपातकाल में हम नहीं डरे तो तुमसे क्या डरेंगे। आम जनता और भाजपाइयों पर झूठे केस दर्ज करना बंद करो। शिवराज बोले कि भांजे भाजियों की फीस जमा नहीं हो रही है। साइकिल भी पूरी नहीं दी। लैपटॉप भी नहीं मिले, यह कैसी सरकार है। उन्होंने कहा कि दुबला पतला जरूर हूं, पर बहुत दम है, अपनी पर आ जाएं तो मामा बहुत खतरनाक हैं। इस सरकार को उखाड़ने का काम मैं ही करूंगा। एक बार मरना है, इसलिए अन्याय के खिलाफ लड़कर मरेंगे।
सोनिया और राहुल के साथ कमलनाथ पर हमला:-
क्या वचन देकर कांग्रेस सत्ता में आई थी। राहुल, कमलनाथ और सोनिया जनता को जवाब दें। 10 दिनों में कर्जा माफ करने की बात राहुल अंगुलियों पर गिनकर कहते थे 10 दिन में कर्जा माफ नहीं हुआ तो सीएम बदल देंगे। इस तरह राहुल के वचन के हिसाब से 8 महीने में 24 मुख्यमंत्री बदल जाने चाहिए थे। किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ। अब किसानों कर्जा कब माफ करेंगे, जब वे मर जाएंगे। समय पर पैसा जमा नहीं हुआ किसान डिफॉल्टर हो गए। बिजली बिल हाफ करने का वादा किया था कि बिजली आ नहीं रही, बिल लंबे चौड़े आ रहे हैं। बिजली भी नहीं आ रही है। बिजली वाले गांवों से डीपी उठाकर ले जा रहे हैं। एक भी वचन पुरा नहीं हुआ। इस कांग्रेस की सरकार ने गरीबों और किसानों को लूट लिया। बेरोजगारी भत्ता मिला नहीं। भत्ता 4 हजार देने का वादा युवाओं से किया था, जो आज तक पूरा नहीं किया गया है। संबल योजना बंद कर दी। अंतिम संस्कार की राशि दे नहीं रहे। पहले मैं इलाज कराता था, जब लोग बीमार हो जाते थे, लेकिन आज मरीज तड़प-तड़प कर मर जाएं कोई मदद नहीं मिल रही। तीर्थ यात्रा बंद कर दी है। समर्थन मूल्य का पैसा नहीं आया, सोयाबीन बोनस तो भूल ही गए। कांग्रेस की सरकार आम जनता पर जबरदस्त अन्याय कर रही है।
मंच से किया गिरफ्तारी का एलान:-
मंच से इन सबकी गिरफ्तारी किए जाने का ऐलान एएसपी गजेन्द्र कंवर ने किया, जबकि मंच पर ही पिछोर एसडीएम उदयसिंह सिकरवार ने इन नेताओं और लोगों की रिहाई का ऐलान किया। बड़े नेताओं को थाने ले गए, जहां बिना शर्त मुचलके पर रिहा कर दिया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। इससे पहले भी पिछोर में झूठे केस दर्ज करने को लेकर प्रीतम लोधी अनशन पर बैठे थे और तब शिवराज सिंह ने आकर जूस पिलाया था और अनशन तुड़वाया था।
जनता को दिलाई शांतिपूर्ण गिरफ्तारी की शपथ:-
शिवराज ने मंच से ही स्टेडियम में मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि अन्याय और अत्याचार के खिलाफ यह शांतिपूर्ण आंदोलन है। कार्यकर्ता व आम जनता शांतिपूर्ण गिरफ्तारी दें। इसके लिए उन्होंने वहां मौजूद हजारों लोगों को शपथ दिलाई कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेंगे, शांति पूर्ण आंदोलन करेंगे। इस सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन करेंगे।
शिवराज बोले-इंदिरा से नहीं डरे तो तुम किस खेत की मूली:-
शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार सहित विधायक केपी सिंह पर तीखे हमले बोले। उन्होंने कहा कि ज्यादा आग मत उगलो, रात तुम्हारी, सुबह हमारी होगी। हम आज शांतिपूर्ण गिरफ्तारी देने आए हैं। झूठे केस दर्ज करना बंद नहीं किए तो आंदोलन करेंगे, भोपाल घेरेंगे। समझ लो कि इंदिरा के आपातकाल में हम जेल जाने से नहीं डरे तो तुम किस खेत की मूली हो। कांग्रेस ने जनता से जो वादे किए वो पूरा करने की बजाय जनता पर अत्याचार करने में जुट गए हैं। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल के वचन के हिसाब से किसानों का कर्जा माफ 10 दिन में होना था, लेकिन आज तक नहीं हुआ। 10 दिन में सीएम बदलना था। इस हिसाब से 8 महीने में 24 मुख्यमंत्री बदल जाने चाहिए थे।
सिंधिया से ज्यादा लोकप्रिय नहीं विधायक:-
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने मंच से कहा कि पिछोर की जनता के साथ अन्याय जब होता है तो आप समझ लो ज्योतिरादित्य सिंधिया से ज्यादा लोकप्रिय यहां के विधायक नहीं हैं। जब उनकी मिट्टी कुट सकती है तो इनकी भी कुट जाएगी। पूरे संसदीय क्षेत्र में जिनका वर्षों से जलजला था, उस जलजले को केपी यादव जैसे सामान्य कायकर्ता ने खत्म कर दिया। झा ने कहा कि कुर्सी पर भले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ बैठे हैं, लेकिन जनता के दिलों पर आज भी सीएम के रूप में शिवराज राज करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा एक कृष्णपाल सिंह हमारे पास हैं और एक आपके पास जो यहां पर राज कर रहा है। वो कंस हैं हमारे पास कृष्ण है। इसलिए आपको दिल्ली जाने की जरूरत नहीं।
झा ने कहा कि इंदिरा गांधी के आपातकाल में 19 महीने जेल में रहने के बाद नहीं डरे तो अब झूठे केसों से क्या डरना। उन्होंने पिछोर विधायक केपीसिंह का नाम लिए बिना कहा कि एक दो हजार से कोई जीत गया तो क्या, जनता का दिल तो प्रीतम ने जीता है। भाजपा नेता प्रीतम के साथ पूरी पार्टी खड़ी है। इसलिए किसी से डरने की जरूरत नहीं है।
प्रभात झा ने सिंधिया पर साधा निशाना:-
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि पिछोर की जनता के साथ अन्याय होता है तो आप इतना समझ लो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से ज्यादा लोकप्रिय यहां के विधायक नहीं हैं। जब उनकी मिट्टी कुट सकती है तो इनकी भी कुट जाएगी। पूरे संसदीय क्षेत्र में जिनका वर्षों से जलजला था, उस जलजले को केपी यादव जैसे सामान्य कायकर्ता ने खत्म कर दिया।
दिया बुझने से पहले फफकता है:-
सांसद केपी यादव ने विधायक केपी सिंह को लेकर कहा कि दिया बुझने से पहले फफकता है। इनका अंत निकट हैं। जनता का इनसे विश्वास उठ गया है। दमन और अत्याचार की राजनीति पर उतारू हो गए हैं। एक दिए को तो हमने आपके सहयोग से बुझा दिया और दूसरे दिए को भी विधानसभा चुनाव में बुझा देंगे। सांसद यादव ने कहा कि पूरी लोकसभा से दिनभर में जितने फोन आते हैं, उनमें से आधे से ज्यादा तो पिछोर विधानसभा से आते हैं। मेरे साथ यह हो गया, मुझ पर झूठा केस लाद दिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन को जमकर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि संविधान की कसम खाने वाले कहां गई आप लोगों की कसम।
बारिश से हुआ स्टेडियम गीला तो कुर्सियां रखीं सिर पर:-
कार्यक्रम के दौरान बारिश हुई, तब भी लोग स्टेडियम पर डटे रहे और कई लोगों ने बारिश से बचने के लिए कुर्सियों को अपने सिर पर रख लिया था। बारिश से स्टेडियम भी गीला हो गया था। इसके बाद लोग स्टेडियम में डटे रहे। खड़े होकर कार्यक्रम में अपनी भागीदारी की। कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरू होना था, लेकिन बारिश की वजह से कार्यक्रम 4 बजे शुरू हुआ।
एएसपी को दिए आवेदन कहा मामलों की हो जांच:-
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एएसपी गजेन्द्र सिंह कंवर और एडीएम आरएस बालोदिया को कई आवेदन दिए और कहा कि जिन लोगों पर झूठे मुकदमे लादे गए हैं, उन सभी आवेदनों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जिन लोगों पर झूठे केस लगाए गए हैं, उन्हें खत्म करें। शिवराज ने कहा कि आप सरकार के सेवक हो सही गलत का अंतर देखकर काम करो, ज्यादा से ज्यादा आपका कोई क्या बिगाड़ेगा तबादला ही तो होगा। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवंशी को बुलाकर कहा कि इस मामले की लगातार मॉनीटरिंग करें।
शिवराज बोले- ग्रह मंत्री का बंगला घेरेंगे:-
शिवराज ने कहा कि विधानसभा का चुनाव जरा से अंतर से क्या हारे हमारे प्रत्याशी सहित अन्य कार्यकर्ताओं व नेताओं पर झूठे केस लगाना शुरू कर दिए हैं। अन्याय अत्याचार की हद हो गई है। रामसिंह जैसे कई परिवारों को तो पूरी तरह पिछोर में कुचला जा रहा है। मनोबल तोड़ा जा रहा है। हम इस कुचलने वाली मानसिकता को कुचलने आए हैं। हमारे कार्यकर्ताओं के घरों को तोड़ा जा रहा है। यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। केस दर्ज करके डराने का काम नहीं होगा। हमने अहिंसक आंदोलन किया है। शपथ भी दिलाई है कि अहिंसक रहकर अपनी बात रखें। यदि जल्द ही पिछोर में न्याय न मिला तो हम गृह मंत्री का बंगला घेरेंगे। जब तक सांस है तब तक लड़ेंगे सीने पर गोली खाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि केवल पिछोर में ही अन्याय हो रहा है तो शिवराज बोले कि अन्य जगह भी यही हाल है। हम अन्याय के विरुद्ध अपने सीने संगीनों के सामने खोलेंगे। जनता को लोकतंत्र में कुचला नहीं जा सकता। लड़ाई झूठे मुकदमे के लिए नहीं किसान, बेरोजगार, भावांतर की राशि को लेकर भी यह लड़ाई जारी रहेगी।