इंदौर। हनी ट्रेप मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में ताजा खुलासा हुआ है कि यह रैकेट कमलनाथ सरकार गिराने के लिए विधायकों को हनी ट्रैप के जाल में फंसा रहा था। इसके लिए पूरे प्रदेश में लड़कियां भेजी गईं थीं। खबर आ रही है कि उज्जैन की लड़की को ग्वालियर भेजा गया था। करीब 19-20 साल की इस लड़की को सिंधिया समर्थक विधायकों से दोस्ती करने का टारगेट दिया गया था।
छतरपुर की लड़की भी सक्रिय थी:-
इंदौर पुलिस आरती और मोनिका को लेकर बीती रात होटल इनफिनिटी पहुंची। वहां 10-15 मिनट तक रिसेप्शन के सारे रिकॉर्ड खंगाले। इस होटल में 30 अगस्त को आरती के नाम से रूम नंबर 414 बुक किया गया था। इसका बिल लगभग 4000 रुपए बना था। पुलिस ने बतौर सबूत बुकिंग के दौरान दिए गए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के जब्त कर लिए। इस दौरान एक और महिला छतरपुर की रूपा अहिरवार का भी होटल में रुकना पाया गया। माना जा रहा है कि रूपा अहिरवार को बुंदेलखंड के विधायकों का काम सौंपा गया होगा।
ग्वालियर में 1 महीने से सक्रिय थी:-
ग्वालियर में एक संदिग्ध लड़की का पता चला है। इसकी उम्र करीब 19-20 साल है। दिखने में हाई प्रोफाइल नजर आती है। सूत्रों का कहना है कि यह संदिग्ध इसलिए है क्योंकि उज्जैन की रहने वाली है और बताती थी कि ग्वालियर में जॉब की तलाश में आई है। जबकि उज्जैन के लोग जॉब के लिए इंदौर जाते हैं। अफवाह तो यह भी है कि एक पुलिस अधिकारी से संबंध बनाने के बाद ग्वालियर के कुछ लड़कों को भी अपने जाल में फंसा लिया था। माना जा रहा है कि इस लड़की को ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों से दोस्ती करने के लिए भेजा गया था।
इधर संघ भी चिंतित 2 संगठन मंत्री भी लपेटे में:-
सूत्रों से यह भी पता चला है कि हनी ट्रैप मामले में प्रदेश भाजपा के दो संभागीय संगठन मंत्री भी संदेह के घेरे में हैं। सूत्रों के अनुसार संघ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए अपनी मध्यक्षेत्र इकाई से रिपोर्ट तलब की है। संघ के सरकार्यवाह मुख्यालय केशवकुंज ने इस मामले की जांच के लिए अपने चार वरिष्ठ पदाधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरूण कुमार,अखिल भारतीय सहप्रचारक प्रमुख अरूण जैन,मध्यक्षेत्र के क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी और क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते इस मामले की पड़ताल करेंगे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हनी ट्रैप मामले में फंसे अधिकांश संघ से जुड़े पदाधिकारी संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी द्वारा प्रमोट किए हुए नेता हैं।