इंदौर. मध्य प्रदेश कांग्रेस में सियासी उठापटक का दौर लगातार जारी है. इसी कड़ी में कांग्रेस के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का मालवा की सियासत में अलग ही अंदाज देखने को मिला. इंदौर पहुंचे सिंधिया ने अलग अलग गुटों के नेताओं से घर जाकर मुलाकात की, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचलें तेज हो गई हैं. इतना ही नहीं इंदौर में सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से वन टू वन मुलाकात कर एक तरह से शक्ति प्रदर्शन भी किया. कहते हैं सियासत जो कराए वो कम है और मध्यप्रदेश की पॉलिटिक्स में इन दिनों कुछ ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है, जिसके बाद सियासी पारा जमकर गर्मा रहा है.
इंदौर में दिखा ज्योतिरादित्य सिंधिया का अलग रंग:-
दरअसल,एक दिन के दौरे पर इंदौर पहुंचे कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने अलग राजनीतिक स्टाइल से सभी को चौंका दिया है. उन्होंने इंदौर पहुंचते ही अलग-अलग गुटों के नेताओं के घर पर जाकर मुलाकात की. एयरपोर्ट से सिंधिया सीधे सुरेश पचौरी के गुट से आने वाले विधायक संजय शुक्ला के घर पहुंचे. करीब 1 घंटे तक सिंधिया ने संजय शुक्ला के साथ चर्चा की. ना सिर्फ चर्चा बल्कि इस दौरान सिंधिया ने नाश्ता भी किया. कांग्रेस महासचिव यहां से सीधे विधायक विशाल पटेल से मिलने उनके घर पहुंचे. विशाल पटेल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं, ऐेसे में सिंधिया और विशाल पटेल की मुलाकात भी जमकर चर्चाओं में रही. मुलाकात का दौर यहीं खत्म नहीं हुआ बल्कि सिंधिया ने इसके बाद इंदौर से सांसद का चुनाव लड़ चुके पंकज संघवी और सीएम कमलनाथ के करीबी कहे जाने वाले इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल से भी घर जाकर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों की परेशानी और उनकी आवाज़ को शासन, प्रशासन और सरकार तक हम पहुंचाएंगे.
मालवा से बताया ये रिश्ता:-
इस दौरान सिंधिया ने कहा कि मालवा से मेरा खास लगाव, इंदौर मेरा घर. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और देश में कांग्रेस संगठन को पुनर्जीवित करना बहुत जरूरी है. इसके बाद सिंधिया के शक्ति प्रदर्शन की बारी थी. इंदौर रंगून गार्डन में सिंधिया से मुलाकात के लिए समर्थकों और नेताओं का जमावड़ा लगा. खास बात तो यह थी कि इंदौर ही नहीं मालवा और निमाड़ के कई सिंधिया समर्थक भी इस कार्यक्रम में मुलाकात के लिए बेताब नजर आए. इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने मंच पर ही एक एक कार्यकर्ता से वन टू वन मुलाकात की. हांलाकि अलग-अलग गुटों के नेताओं से मिलने के पीछे की वजह क्या थी, इसका सिंधिया ने जवाब नहीं दिया. उनका कहना था कि इंदौर से उनका अलग लगाव है और इंदौर उनका घर है. ऐसे में वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए पहुंचे हैं.
सूबे की सियासत में सिंधिया का नया मैसेज:-
सुरेश पचौरी, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ गुट से जुड़े नेताओं के बीच भी सिंधिया का ये अंदाज चर्चाओं में बना रहा. पचौरी गुट से ताल्लुक रखने वाले विधायक संजय शुक्ला के घर सिंधिया पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया. हालांकि बाद में संजय शुक्ला सफाई देते नजर आए. उन्होंने कहा कि उनको (ज्योतिरादित्य सिंधिया) को बुलाया नहीं था वो उनकी मां की तबीयत पूछने घर पहुंचे थे. सिंधिया पार्टी के बड़े लीडर हैं वो घर आए तो उनका स्वागत किया गया.
भाजपा ने कसा तंज:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस लंच डिप्लोमेसी को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार कर दिया है. बीजेपी के सांसद शंकर लालवानी का कहना है कि सिंधिया ये सब पीसीसी चीफ की कुर्सी पाने के लिए कर रहे हैं, लेकिन सोनिया गांधी और कमलनाथ के आगे कांग्रेस में किसी की नहीं चलती, ये बात सिंधिया को भी समझनी चाहिए.
बहरहाल, मध्य प्रदेश कांग्रेस में सत्ता और संगठन के बीच जो खींचतान चल रही है उसके बाद सिंधिया की इस लंच डिप्लोमेसी के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. अब आने वाले दिनों में सिंधिया का अंदाज कौन से राजनीतिक समीकरणों को जन्म देता है ये देखना भी दिलचस्प होगा.