लॉस एंजेलिस की जूरी अदालत में 71 साल की नैन्सी कैबिबि को बड़ी जीत मिली है। दो साल से इंसाफ की लड़ाई लड़ रहीं नैन्सी के सामने मशहूर फार्मास्युटिकल और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन हार गई। कोर्ट ने कंपनी को आदेश दिया है कि वह नैन्सी को 40.3 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,86,00,00,000 रुपये मुआवजा दे।
2017 में किया था कंपनी पर केस:-
नैन्सी ने कंपनी पर आरोप लगाया था कि उसके बेबी टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल से उन्हें मेसोथेलियोमा हो गया। यह एक तरह का कैंसर है। ‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, नैन्सी को 2017 में इस रोग का पता चला था, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है। इस बीमारी से लड़ते हुए नैन्सी सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन और इम्यूनोथेरेपी तक झेल चुकी हैं।
कंपनी के खिलाफ 14 हजार से अधिक मुकदमे:-
कोर्ट ने शुक्रवार को नैन्सी के हक में फैसला सुनाया। हालांकि, नैन्सी को मेसोथेलियोमा क्यों हुआ, इसके स्पष्ट कारणों का पता नहीं चला है। लेकिन सबूत नैन्सी के हक में थे और ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ के खिलाफ। कंपनी के खिलाफ यह पहला मामला नहीं है। 14,000 से अधिक मुकदमों में आरोप लगाए गए हैं कि ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ के बेबी पाउडर डिम्बग्रंथि के कैंसर और मेसोथेलियोमा का कारण बना है।
नहीं पता कितना पाउडर किया इस्तेमाल:-
बता दें कि मेसोथेलिमा एक अपेक्षाकृत दुर्लभ कैंसर है। अमेरिका में हर साल इसके 3,000 रोगियों की पहचान होती है। नैन्सी के मामले में यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने कितनी मात्रा में बेबी पाउडर या ‘जॉनसन और जॉनसन’ के अन्य उत्पादों का इस्तेमाल किया या कितने समय तक इस्तेमाल किया। नैन्सी ने दावा किया कि वह सामान्य तौर पर इसी कंपनी के प्रोडक्ट्स उपयोग में लाती हैं।