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Thursday, October 10, 2019

अवैध संबंधों के कारण हुई थी मयंक की हत्‍या, पुलिस ने 50 हजार के इनामी सहित 11 लोगों को किया गिरफ्तार

टीकमगढ़. मध्‍य प्रदेश के टीकमगढ़ में अवैध संबंधों के चलते दोस्त द्वारा दोस्‍त की हत्‍या के मामले का सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने किया है. वैसे इस हत्‍याकांड ने पुलिस की नींद उड़ा दी थी. जबकि पुलिस ने मयंक खरे हत्‍याकांड के मुख्य आरोपी 50 हजार के इनामी इशाक खान और इकबाल खान के साथ उन 9 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जो इस घटना में किसी ना किसी रूप में शामिल थे. आपको बता दें कि यह हत्‍याकांड टीकमगढ़ पुलिस के लिए नासूर बन गया था. लेकिन टीकमगढ़ जिले के विद्वान एसपी श्री अनुराग सुजानिया की सूझबूझ ओर कुशल मार्गदर्शन के चलते उक्त हत्याकांड का खुलासा हो सका। पिछली 25 सितंबर को मयंक खरे गायब हो गया था. वह अपने घर से निकला था लेकिन आज तक घर नहीं पहुंचा. जबकि घर पहुंची तो मयंक के हत्या होने की सूचना.
ऐसे हुई थी हत्‍या:-
टीकमगढ़ के चकरा तिराहे के पास नर्सिग कालोनी में मयंक खरे और उसका दोस्त इशाक भी रहता था. दोनों में कई दिनों से पारिवारिक संबंधे थे और मयंक का इशाक के घर आना जाना भी रहता था. इसी दौरान मयंक की दोस्ती इशाक की नाबालिंग भतीजी से हो गई. इसके बाद दोनों के अवैध संबंध भी बन गए. जब इस बात का पता इशाक को चला तो उसने मना किया और दूर रहने के लिए कहा, लेकिन मयंक नहीं माना. इसी बात को लेकर एक दिन इशाक ने अपने भाई इकबाल के साथ मिलकर मयंक की हत्या करने की साजिश रची.
इशाक ने मयंक को पार्टी करने के बहाने बुलाया और उसे गाडी में बैठाकर अपने साथ बिलगांय ले गया. इसके बाद इन लोगों ने शराब पी. जबकि साजिश के तौर पर इशाक और इकबाल ने मयंक की शराब में नीद की गोली मिला दी. जब वह बेहोश हों गया तो फिर उसे गाड़ी में बैठा लिया. फिर इशाक ने अपनी लाईसेंसी बंदूक से मयंक को कार में गोली मारी जो उसके कंधे में लगी. इसके बाद इशाक और इकबाल ने मंयक का गला दबा कर हत्‍या कर दी. हत्‍या करने के बाद लाश को धसान नदी में फेंक दिया था.
एसपी ने किया ये काम:-
टीकमगढ़ के विद्वान एसपी श्री अनुराग सुजानिया ने उक्त हत्या कांड को चैलेंज के रूप में लिया और अपनी सूझबूझ ओर कुशल मार्गदर्शन के चलते कुछ विशेष टिप्स अपने मातहत अधिकारी व कर्मचारियों को दिए जिसके चलते एसपी महोदय के मार्गदर्शन में पुलिस ने उनके बताए गए पॉइंट को फॉलो करते हुए जांच की तो मयंक खरे की हत्या की गुत्‍थी सुलझते देर नही लगी। हालांकि शुरुआत में पुलिस को काफी परेशानी हुई क्‍योंकि इशाक और इकबाल काफी शातिर थे उन्होंने अपना मोबाइल घर पर छोड़ दिया था, ताकि पुलिस लोकेशन ट्रेस करे तो उनकी लोकेशन घर की आये. लेकिन जब पुलिस ने मंयक के दोस्तों से साथ पूछताछ की और यह देखा की वह कहां जाता था और उसे आखरी बार किसके साथ देखा गया था. इस कवायद के बाद इशाक और इकबाल पकड़ में आए.
बहरहाल, पुलिस ने गाड़ी और बदूंक जप्त करने के अलावा उन 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्‍होंने इस घटना में इशाक और इकबाल का साथ दिया था. जबकि पुलिस ने इकबाल की बहन और उसके जीजा को भी गिफ्तार किया, जिन्‍होंने (इकबाल) को घर पर रखा था. हालांकि पुलिस अभी तक मयंक की लाश नहीं तलाश पायी है.