ग्वालियर। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव हारने के बाद भले ही अलग थलग पड़ गए हों, लेकिन अब उनका साथ देने के लिए चंबल के बीहड़ों में अपने नाम का डंका बजा चुके बागी दस्यु सम्राट मलखान सिंह मैदान में उतर आये हैं। बागी मलखान सिंह ने सिंधिया की बात का समर्थन करते हुए कहा कि आगामी पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में पंचों से चुनाव न कराने की अपील भी मुख्यमंत्री कमलनाथ से की है।
दस्यु सम्राट मलखान सिंह पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही लोकसभा चुनाव हार गए हों, लेकिन उनका राजनैतिक कद आज भी काफी ऊंचा है। वह किसानों के हक में खड़े होकर जिस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं वो बेहद सराहनीय है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बुरे वक्त में किसानों के साथ खड़े रहना एक अच्छे राजनेता की निशानी है।
गाय के नाम पर राजनीति न करें:-
मलखान सिंह ने कहा की प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अब तक किसानों को 2 लाख रुपए की कर्जमाफी का लाभ नहीं दिया है। सरकार केवल दिखावा करने में जुटी हुई है जिसका खुलासा खुद सिंधिया कर रहे हैं, जो बेहद जरूरी भी है। यहां बता दें कि चंबल संभाग में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा था कि किसानों के 50 हजार रुपए के ही कर्ज माफ किए गए है। जबकि दो लाख रुपए की कर्जमाफी का कांग्रेस ने घोषणा पत्र में वायदा किया है। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद जल्द ही दो लाख रुपए की कर्जमाफी करने की बात कही। इसके साथ ही मलखान सिंह ने कहा कि कोई भी सरकार गाय के नाम पर राजनीति न करे और किसान अपनी गायों को खुद पालें वह सरकार के भरोसे ना छोड़ें।
चुनाव में निष्पक्षता रखी जाए:-
मलखान सिंह ने पंचायत प्रक्रिया को भी कठघरे में खड़े करते हुए शासन से अपील की है कि पुरानी प्रणाली से ही चुनाव सम्पन्न कराए जाएं नहीं तो विवाद और खून खराबा बढ़ सकता है, इसलिए चुनाव में निष्पक्षता रखी जाए। यहां बता दें कि पंचायत चुनाव के कारण ही मलखान सिंह बागी बने थे।