भिंड/ग्वालियर। अगर आप एटीएम से रुपए निकालने जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यदि एटीएम मशीन खराब या फिर कोई अन्य व्यक्ति रुपए निकालने को कहे तो उन्हें अपना एटीएम कार्ड कतई न दें। हो सकता है, कि वो व्यक्ति आपके बैंक बैलेंस को पूरी तरह से बिगाड़ दें। ऐसे ही शहर में सोमवार को तीन अलग-अलग मामले आए हैं। इसमें एटीएम खाता धारक के पास ही रहा, जबकि उनके खाते से राशि निकल गई।
केस 1ः-
रिटायर आर्मी जवान के अकाउंट से 80 हजार रुपए निकले:-
आर्मी से रिटायर जवान प्रदीप कुमार सविता निवासी ग्राम इमहाला थाना मिहोना हाल कृष्णा नगर भिंड ने बताया कि उनका अकाउंट लश्कर रोड स्थित एसबीआई में है। अकाउंट उनके और पत्नी अन्नापूर्णा सविता के नाम से है। श्री सविता के मुताबिक 23 नवंबर 2019 की रात 11.58 बजे अकाउंट से 40 हजार और रात 12.02 बजे 40 हजार यानी 2 बाद में 80 हजार रुपए निकाल लिए। रात को मोबाइल नंबर 911412822410 से फोन आया कि आपके खाते से 80 हजार रुपए निकाले गए हैं।
केस 2ः-
एसएमएस आया तब राशि निकलने का पता चला:-
गहेली निवासी श्रीकृष्ण पुत्र दिनेश कुमार ने बताया कि उनका अकाउंट इटावा रोड स्थित आईडीबीआई बैंक में हैं। 23, 24 और 25 नवंबर को उनके खाते से किसी ने 1 लाख 40 हजार रुपए निकाल लिए हैं। श्रीकृष्ण के मुताबिक एसएमएस आया तब उन्हें रुपए चोरी होने का पता चला।
केस 3ः-
आरक्षक के अकाउंट से 50 हजार रुपए निकाले:-
उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ आरक्षक आशीष तिवारी के अकाउंट से 50 हजार रुपए पार हो गए हैं। आरक्षक तिवारी के मुताबिक उनका अकाउंट इटावा रोड स्थित पीएनबी में हैं। 24 नवंबर की रात 11.57 बजे से 12.32 बजे तक उनके अकाउंट से किसी ने 50 हजार रुपए निकाल लिए हैं। मोबाइल पर मैसेज आने पर रुपए निकालने का पता चला। आरक्षक के मुताबिक उनका एटीएम कार्ड पास में है। बाजवूद किसी ने रुपए पार लिए हैं।
खुद ही रहना होगा सतर्क:-
शहर में दूसरे के एटीएम कार्ड से रुपए निकालना कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन पुलिस का ऐसे लोगों को पकड़ पाना सिरदर्द बनता जा रहा है। इससे पहले भी कई लोग इस तरह के गिरोह के शिकार हो चुके हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोर एटीएम का क्लोन बनाकर घटना को अंजाम दे रहे हैं, इससे बचने के लिए लोगों को खुर्द ही सतर्क रहना होगा।
ऐसा होता है पिनकोड चोरी:-
गिरोह एटीएम रूम की छत पर एक खुफिया कैमरा फिट कर देता है। इस कैमरे की मदद से उपभोक्ता के पिनकोड को चोरी किया जाता है। एटीएम का कोड पता चलते ही गिरोह कार्ड का क्लोन तैयार करने में जुट जाता है।
ऐसे तैयार होता है एटीएम का क्लोन:-
क्लोन एटीएम से खाता खाली करने वाला गिरोह ज्यादातर सुनसान इलाकों में मौजूद एटीएम को अपना निशाना बनाते हैं। पहले एटीएम मशीन के कार्ड स्वैपिंग स्लॉट पर एक विशेष मैगेनेटिक डिवाइस लगा दी जाती है। यह डिवाइस एटीएम कार्ड के बारकोड और चिप की सारी इंफॉर्मेशन को कॉपी कर लेती है। साथही डिवाइस में कार्ड का ब्लूप्रिंट तैयार हो जाता है। इसके अलावा मशीन के कैपैड को सीपीयू और कार्ड रीडर से जोड़कर भी एटीएम की क्लाोनिंग की जाती है। इसके बाद सॉफ्टवेयर की मदद से एटीम का क्लोन तैयार कर लिया जाता है।