देवास/(मध्यप्रदेश)। चार्टड बस में बैठकर सतना से इंदौर जा रहे सोना-चांदी के व्यापारी को नकली पुलिस बनकर आए दो लोगों ने भोपाल बायपास चौराहे पर बस से उतारा और कार में बैठाकर उज्जैन ले गए थे। दोनों नकली पुलिस बनकर आए बदमाश व्यापारी को कार में बिठाकर उज्जैन ले गए और धमकाकर रूपए छीन लिए। जिसके बाद इंदौर के बस में बिठाकर भेज दिया। पुलिस ने इस मामले में अनिल कुमार पिता स्व. लालचंद सोनी निवासी टिकुरिया, सतना की रिपोर्ट पर 9 लाख रूपए लूटने का प्रकरण दर्ज किया था। असल में व्यापारी से 55 लाख रूपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस लूट के मामले में पुलिस ने 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे है। पुलिस ने आरोपियों से 38 लाख 50 हजार रूपए, कार और एक मैनपेक सेट जब्त किया है।
55 लाख की लूट का किया खुलासा:-
सतना के व्यापारी के साथ हुई लूट के मामले में एएसपी जगदीश डाबर के मार्गदर्शन एवं उप पुलिस अधीक्षक किरण शर्मा तथा सीएसपी अनिलसिंह राठौर के निर्देशन में सिविल लाइंस टीआई योगेन्द्रसिंह सिसोदिया, टीआई बरोठा ओपी अहीर एवं टीआई नाहर दरवाजा संतोष बघेला के नेतृत्व में टीम गठित की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटैज में एक कार आर्टिगा एमएच 12 पीजेड 4765 संदिग्ध नजर आई। उक्त कार पूणे के पोपट डेडगे के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसी आधार पर वाहन के चालक भावाराम निवासी पूणे और विलास पिता विश्वास माने निवासी पूणे से पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने बताया कि महेन्द्र निवासी सिरोही, राजस्थान ने चार्टड बस से अनिल सोनी निवासी सतना को 55 लाख रूपए से भरा बैग लेकर निकलने की सूचना दी थी।पुलिस ने लूट के मामले में मनदीप पिता मनोहरलाल राठौर 34 वर्ष निवासी कमल कालोनी, उज्जैन, योगेश पिता भारतसिंह राठौर 32 वर्ष निवासी भैरूगढ, देवास, सरबजीतसिंह उर्फ सोनू के साथ मिलकर मनदीप पिता मनोहरलाल राठौर निवासी कमल कालोनी उज्जैन,नीलेश पिता हीरालाल धानका निवासी अकपात मार्ग, उज्जैन, नरेश पिता तकेसिंह तोमर 55 वर्ष निवासी त्रिवेणी, उज्जैन, भावाराम पिता हंसराज चौहान 28 वर्ष निवासी राणाजी कालोनी, पुणे और विलास पिता विश्वास माने निवासी विष्ठा सोसायटी,पुणे को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 34 लाख नकद, 4 लाख 50 हजार रूपए मनदीप राठौर के बैंक खाते में, आर्टिगा कार, एक मेनपेक वायलेस सेट, 6 मोबाइल जब्त किए है।
इनकी रही भूमिका:-
55 लाख की लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकडऩे में टीआई सिविल लाइंस योगेन्द्रसिंह सिसौदिया, बरोठा टीआई ओपी अहीर, नाहर दरवाजा थाना टीआई संतोष बाघेला, आरक्षक जितेन्द्र गोस्वामी, मुकेश सोलंकी, यशंवत, जितेन्द्र पटेल, धर्मराज, शिवप्रतापसिंह सेंगर, सचिन चौहान, प्रदीप शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, भगवती प्रसाद, नीतेश द्विवेदी एंव लखन योगी की भूमिका रही।