इंदौर/(मध्यप्रदेश)। कॉलेज की प्रताड़ना से तंग आकर शुक्रवार को एक छात्र ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। छात्र ने एक अपनी आपबीती बताते हुए जहर खाने तक का एक वीडियाे भी बनाया है। छात्र टैगोर शिक्षा महाविद्यालय से बीएड कर रहा है। उसका आरोप है कि प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर के एक्जाम के बाद कॉलेज प्रबंधन रिजल्ट नहीं दे रहा है। रिजल्ट मांगने परउसे पीटा गया और कॉलेज में पौधों को पानी देने से लेकर झाडू-पोछा तक करवाया गया। छात्र ने मंगलवार को जनसुनवाई में भी परेशान होकर सुसाइड की बात कही थी, जिसका वीडियो भी वायरल हो गया है।
छात्र मंगलवार को डीएवीवी जनसुनवाई में भी पहुंचा था:-
मिली जानकारी अनुसार जहर खाने वाले छात्र का नाम अजय मिश्रा निवासी शीतला माता बाजार है। अजय के अनुसार वह छात्र टैगोर शिक्षा महाविद्यालय से बीएड की पढ़ाई कर रहा है। कॉलेज द्वारा पहले और दूसरे सेमेस्टर के एक्जाम करवाए जा चुके हैं, लेकिन अब तक रिजल्ट नहीं दिया गया। वह नियमित रूप से कॉलेज जाता है, लेकिन उसके अलावा कभी-कभार एक- दो छात्र और आ जाते हैं। वहां कोई टीचर पढ़ाने वाला नहीं है। इसी शिकायत जब मैंने प्रबंधन से की तो उन्होंने मुझे धमकाया और फिर प्रताड़ित करने लगे। मेरे पिता ने एक लाख रुपए उधार लेकर दाेनाें सेमेस्टर की फीस भर दी है, इतना ही नहीं वे 10 हजार रुपए अाैर ले चुके हैं। वे इसकी रशीद भी नहीं देते। अब वे मुझसे 20 हजार रुपए और मांग रहे हैं।
मैंने काॅलेज प्रबंधन से रिजल्ट की मांग की तो उन्हाेंने मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया अाैर मेरे साथ मारपीट करते हुए कहा कि हमारी पहचान डीएवीवी में उच्च पद पर बैठे लाेगाें से लेकर शिक्षा मंत्री तक है, जहां शिकायत करनी है कर ले, नहीं दे रहे रिजल्ट। इसके बाद 4 नवंबर 19 काे डीएवीवी से अाई एक मैडम से मैंने शिकायत की तो उन्होंने उल्टा मेरे साथ ही मारपीट की और मुझे भगा दिया। मामले की शिकायत मैंने गांधीनगर थाने और सीएम हेल्पलाइन में की है।
मां ने बताया कि कॉलेज में एक लाख रुपए के करीब फीस भी भर दी थी:-
छात्र के अनुसार मंगलवार को वह डीएवीवी की जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा था, जहां मुझे बताया गया कि यह कॉलेज डीएवीवी से एफिलेटेड नहीं है। जबकि मैंने जब एडमिशन लिया था तो उसमें साफ तौर पर डीएवीवी का जिक्र था। इस कॉलेज की मान्यता डीएवीवी से 2019 में समाप्त हो गई, लेकिन विवि ने बच्चों को किसी और कॉलेज में शिफ्ट नहीं किया। हमें कॉलेज द्वारा इस बारे में जानकारी भी नहीं दी गई। शुरुआत में बस यही कहा गया कि डीएवीवी से मार्कशीट में साइन नहीं हुई है। इसलिए दो साल बाद एक साथ सभी रिजल्ट देंगे।
मां उषा मिश्रा ने बताया कि बेटे ने कॉलेज के सर ने धमकी दी थी तुझे जान से मार देंगे। हमने एक लाख रुपए के करीब कॉलेज मे जमा कर दिया था। कॉलेज वालों ने उसे मारा। थाने पर रिपोर्ट भी नहीं लिख रहे थे। हमने बेटे को समझाया था कि परेशान मत हो। अजय के स्टूडेंट ने बताया कि पीड़ित छात्र मूलत: रीवा का रहने वाला है। उनके साथ कॉलेज द्वारा उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उससे फीस ले ली, लेकिन मार्कशीट नहीं दे रहे थे।