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Sunday, December 15, 2019

महज 10 साल की लड़की ने किया सहेली का कत्ल, हैरान करने वाली है वजह

जयपुर। पेन लेने की बात पर साथ में पढने वाली दो बच्चियो के बीच ऐसा झगडा हुआ कि दस साल की एक बच्ची ने 12 साल की दूसरी बच्ची को जान से मार डाला। बच्ची के माता-पिता ने उसे बचाने के लिए मृतक बच्ची की लाश को पहले पानी में डाल दिया और बाद में निकाल कर झाडियों में फेंक दिया। मुखबिर की सूचना और घर की तलाशी लेने पर मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने बच्ची को निरूद्ध किया है, वहीं माता-पिता को गिरफतार कर लिया है।
यह घटना जयपुर जिले चाकसू कस्बे के बडली गांव में हुई। यहां बुधवार को पायल नाम की एक बच्ची दोपहर में स्कूल से घर आने के बाद लापता हो गई थी और अगले दिन गांव में झाडियों में उसका शव पडा मिला था। शव पर गहरे घाव थे और ऐसा लग रहा था कि उसे पानी में भी डुबोया गया है। पुलिस ने सभी आशंकाओं को देखते हुए पोस्टमार्टम कराया तो सामने आया कि यह दुष्कर्म का मामला नहीं है। इसके बाद जांच आगे शुरू हुई और गांव वालों तथा एक मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर आरोपी बच्ची के घर की तलाश ली गई तो वहां मृतका पायल की सोने की एक बाली और खून के निशान मिले। इसके बाद माता-पिता से पूछताछ की गई तो सारा मामला खुल गया, वहीं बच्ची ने भी यह घटना होना स्वीकार कर लिया।
जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि घटना वाले दिन स्कूल में बच्ची ने पायल का पैन ले लिया था। इस पर दोनों के बीच झगडा हो गया। बच्ची ने पायल को कुछ अपशब्द भी बोल दिए। उस दिन परीक्षा थी तो उस समय तो मामला खत्म हो गया। दोपहर में घर लौटने के बाद पायल शौच के लिए जाने की बात कह कर बच्ची के घर चली गई। उस समय बच्ची घर पर अकेली थी। बच्ची की मां नरेगा में काम पर और पिता दुकान पर थे। भाई भी नहीं था। यहां मृतका पायल और इस बच्ची के बीच फिर झगडा हो गया। इस पर बच्ची ने वहां पडी लोहे की रॉड से पायल पर हमला कर दिया। पायल गिर गई तो उसने कहा कि पापा को कह कर तुझे पुलिस में पकडवाउंगी। इस पर बच्ची को और गुस्सा और पुलिस का डर भी लगा तो उसने पायल पर फिर हमला कर दिया। इससे पायल की मौत हो गई।
बच्ची ने किसी तरह पायल को घसीट कर घर के स्टोर रूम में बंद कर दिया और खून के निशान साफ कर दिए। शाम को मां लौटी तो उसने स्टोर रूम पायल की लाश देखी। बच्ची को बचाने के लिए दोनों ने मिल कर लाश को प्लास्टिक के कटटे में बांधा और रात होने पर पास के तालाब में फेंक दिया। इस बीच गांव वालों ने पायल की तलाश शुरू कर दी। खुद बच्ची का भाई गांव वालों के साथ पायल की तलाश कर रहा था। रात में करीब तीन बजे बच्ची की मां से रहा नहीं गया और उसने बच्ची के पिता को सारी बात बताई। बच्ची के पिता ने कहा कि घर के सामने लाश रहना ठीक नहीं है। उसने रात को ही लाश पानी से निकाल कर झाडी में फेंक दी। सुबह लोगों को लाश मिल गई। इसके बाद पुलिस ने हर एंगल से जांच शुरू की। गांव वालो से बात की। इसी बीच एक मुखबिर के कहने पर बच्ची के घर की तलाशी ली तो सारा मामला खुल गया।