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Saturday, January 4, 2020

भारतीय रुपये में आई इस साल की सबसे बड़ी गिरावट, आम आदमी पर होगा ये असर

मुंबई. अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से भारतीय रुपये में भारी गिरावट आई है. शुक्रवार को एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 42 पैसे की कमजोरी के साथ 71.80 रुपये पर बंद हुआ है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन की वजह से क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल आया है. इस वजह से दुनियाभर के निवेशकों ने अपना पैसा शेयर बाजार से निकालकर सोने में लगाना शुरू कर दिया है. इसी वजह से रुपये में कमजोरी आई है. रुपये की कमजोरी से इंपोर्ट करना महंगा हो जाएगा. लिहाजा पेट्रोल-डीज़ल समेत कई रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ने की आशंका बन गई है.
-आम आदमी पर क्या होगा असर...?-
पेट्रोल-डीजल होगा महंगा:- 
भारत अपनी जरूरत का करीब 80 फीसदी पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट आयात करता है. रुपये में गिरावट से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात महंगा हो जाएगा. तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं.
बढ़ेगी महंगाई:- 
डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई बढ़ जाएगी, जिसके चलते महंगाई में तेजी आ सकती है. इसके अलावा, भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है. रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतें बढ़ सकती हैं.
विदेश में पढ़ना और घूमना हो जाएगा महंगा:- 
विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों पर रुपये की कमजोरी का खासा असर पड़ेगा. इसके चलते उनका खर्च बढ़ जाएगा. उन्हें चीजों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी. इसके अलावा विदेश यात्रा पर जाने वाले भारतीयों को भी ज्यादा खर्च करना पड़ेगा.
इनको होगा फायदा:- 
उधर, रुपये में कमजोरी भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अच्छी खबर है. इससे उनकी कमाई में इजाफा होगा. इसी तरह निर्यातकों को फायदा होगा, जबकि आयातकों को नुकसान होगा.