भोपाल। राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बनाए जाने के लिए 30 दिसंबर को दिल्ली में हुई विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) के बाद पुलिस मुख्यालय ने अब 2019 का एक और प्रस्ताव गृह विभाग को भेज दिया है। इसमें 1995 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अगले आठ अफसरों को आईपीएस अवॉर्ड देने की तैयारी है। आईपीएस बनाए जाने के लिए 1995 व 1996 बैच के 24 अधिकारियों के नाम प्रस्ताव में भेजे गए हैं।
भारतीय पुलिस सेवा में पदोन्नति के लिए दिल्ली में डीपीसी हुई थी, जो 2018 में पदोन्नत होने वाले अधिकारियों को आईपीएस अवॉर्ड करने के लिए आयोजित की गई थी। इसमें 1995 बैच के अनिल मिश्रा तथा देवेंद्र सिरोलिया के नाम को छोड़कर सुशील रंजन सिंह, संजय कुमार सिंह, आलोक कुमार, रघुवंश कुमार सिंह, विकास पाठक, श्रद्धा तिवारी, वैष्णव शर्मा और सिद्धार्थ चौधरी के नाम को हरी झंडी दी गई। अब इन्हें जल्द ही आईपीएस अवार्ड होने के आदेश जारी होंगे।
फिर भेजे जाएंगे मिश्रा-सिरोलिया के नाम:-
पुलिस मुख्यालय ने 2018 के आईपीएस अवार्ड की डीपीसी के साथ-साथ 2019 में जिन राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को आईपीएस अवॉर्ड होना था, उनके लिए भी तैयारी कर ली है। इसके लिए 24 अधिकारियों के नाम का प्रस्ताव गृह विभाग भेजा गया है। प्रस्ताव में 2018 के लिए हुई डीपीसी में वरिष्ठता के बाद भी विभिन्न् कारणों से जिन दो अधिकारियों अनिल मिश्रा और देवेंद्र सिरोलिया के नामों पर विचार नहीं किया गया था, उनके नामों को भी अब जोड़े जाएगा।
फरवरी-मार्च तक डीपीसी की कोशिशें:-
सूत्र बताते हैं कि 2019 में जिन अधिकारियों को आईपीएस अवार्ड होने की संभावना है, उनमें यशपाल सिंह राजपूत, धर्मवीर सिंह, अरविंद तिवारी, प्रियंका मिश्रा, वीरेंद्र मिश्रा, प्रमोद कुमार सिंहा, विजय कुमार भागवानी, राजीव मिश्रा बताए जा रहे हैं। अनिल मिश्रा और देवेंद्र सिरोलिया को इस बार भी आईपीएस अवॉर्ड होने की संभावना कम बताई जा रही है।
राज्य शासन की कोशिश है कि राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को आईपीएस अवार्ड कराए जाने में एक साल पिछड़ जाने की स्थिति को फरवरी-मार्च में डीपीसी कराकर पटरी पर लाया जाए। इस कारण इतनी कम अवधि में दूसरी डीपीसी होने से मिश्रा व सिरोलिया को आईपीएस अवार्ड होने में दिक्कत हो सकती है।