Breaking

Friday, February 28, 2020

डाउनलोड न करें ये चार स्क्रीन शेयरिंग ऐप, हो सकता है अकाउंट खाली, सायबर पुलिस की एडवाइजरी जारी

ग्वालियर। यदि आपके मोबाइल पर कोई लिंक मैसेज आता है और सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए यह स्क्रीन शेयरिंग एप (एनी डेस्क, क्विक सपोर्ट, एयरड्रोइड, टीम व्यूअर) डाउनलोड करने को कहा जाता है तो भूलकर भी इन्हें डाउनलोड न करें। क्योंकि यह एप इंस्टॉल करते ही आपका मोबाइल रिमोर्ट एक्सेस कर लिया जाएगा। फिर आपके मोबाइल पर आने वाले ओटीपी, यूपीआई व एटीएम-क्रेडिट कार्ड पिन आदि की जानकारी ठगों को हो जाएगी।
वे चंद मिनट में आपके ई-वॉलेट व बैंक खाते को खाली कर देंगे। इन चारों एप को इंस्टॉल नहीं करने के लिए बुधवार को राज्य सायबर पुलिस जोन ग्वालियर द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। सोशल मीडिया पर अपील की गई है कि इस तरह के एप से सावधान रहें।
सायबर अपराध का नया तरीका:-
सायबर पुलिस ने काफी विश्लेषण के बाद पाया है कि सायबर अपराधियों ने ठगी का यह नया तरीका निकाला है। जिसमें वह इन स्क्रीन शेयरिंग एप का उपयोग कर रहे हैं। ठगों द्वारा लिंक मैसेज या अन्य किसी माध्यम से टारगेट को यह स्क्रीन शेयरिंग इंस्टॉल करने के लिए एप्लीकेशन भेजी जाती है। इसको इंस्टॉल करते ही आपके फोन को इन ठगों द्वारा रिमोर्ट एक्सेस पर ले लिया जाता है।
अब आपके फोन में कुछ भी गोपनीय नहीं रहता, जो भी आपके फोन से आप करते हैं वह ठगों को दिखता है। चाहे वह क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड पिन की जानकारी हो या कोई ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी, सब कुछ ठगों से शेयर हो जाता है। इसके बाद टारगेट का खाता खाली करने में इन्‍हें ज्यादा समय नहीं लगता है।
इनका कहना है:-
पिछले कुछ समय में आई शिकायतों में यह स्क्रीन शेयरिंग एप के माध्यम से ठगी करना पाया गया है। इसलिए आम लोगों को जागरूक करने एडवाइजरी जारी की गई है।
-सुधीर अग्रवाल एसपी, राज्य सायबर पुलिस जोन ग्वालियर-