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Saturday, March 28, 2020

दुनिया को तबाह करना चाहता है चीन? इसीलिए कोरोना को बनाया सीक्रेट हथियार

इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस को लेकर पूरी चीन दुनिया से बार-बार झूठ बोलता रहा है। अमेरिका पर चीन ने वायरस फैलान का आरोप लगाया, तो कभी इसे इटली की साजिश बताया। अपनी गलती छिपाने के लिए चीन ने कई बार साज़िशों की कहानी गढ़ी। लेकिन आज हम आपको ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जिसे समझकर हर कोई दंग रह जाएगा। कोरोना वायरस एक प्रकार का Biochemical Terrorist Attack है।
साल 2018 में ही कोरोना वायरस का हुआ था जिक्र
हम आपको नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध एक दक्षिण कोरियाई वेब सीरीज (माय सीक्रेट टेरियस) का एक सीन दिखाना चाहते हैं। जिसमें कोरोना वायरस को एक सीक्रेट हथियार के तौर पर विकसित किए जाने का जिक्र है। ये सीरीज़ 2018 में आई थी, हालांकि भारत में ये सीरिज़ उपलब्ध नहीं है। लेकिन आपको ये सीन जरूर देखना चाहिए।
निश्चित तौर पर इस वेब सीरीज का ये सीन देख कर कोई भी ये सोचने को मजबूर हो जाएगा कि क्या सचमुच चीन ने दुनिया को तबाही की आग में ढकेलने की खातिर इसे एक सीक्रेट हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया? आपको बता दें, 2018 में रिलीज हुई इस दक्षिण कोरियाई वेब सीरीज 'माय सीक्रेट टेरियस' के 10 एपिसोड में इस कोरोना वायरस का जिक्र किया गया है।
इस वेब सीरीज  में इस वायरस को एक बायोकैमिकल आतंकी हमला का जरिया भी बताया गया है। ये पहला सबूत नहीं हो जो चीन की नापाक साजिश को बेपर्दा करता दिखाई दे रहा है। पहले भी इस प्रकार के दावे सामने आते रहे हैं। आपको ऐसे ही कुछ दावों से रूबरू करवाते हैं। हाल ही में 2011 में आई एक फिल्म Contagion की भी बहुत चर्चा हो रही हैं। क्योंकि इस फिल्म में भी 11 साल पहले ही चीन से शुरू हुई ऐसी ही महामारी की कहानी दिखाई गई थी।
चीन कोरोना को लेकर दुनिया के सामने बहुत कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसकी सच्चाई ज्यादा दिनों तक छिप नहीं पाएगी। कोरोना वायरस पर चीन के डॉक्टर ली वेनलियांग के बाद अब और एक डॉक्टर ने भी चीन की पोल खोलकर रख दी है।
वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल की इमरजेंसी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉक्टर आई फेन ने चीन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ आई फेन ने एक इंटरव्यू में कहा है कि "चीन के सरकारी अधिकारियों ने मुझे धमकी दी थी कि अगर किसी को इस वायरस के बारे में बताया तो अंजाम बुरा होगा।
कोरोना वायरस को लेकर दावा है कि ये वायरस वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरलॉजी' से लीक हुआ, जो अब पूरी दुनिया में फैल गया है। हालांकि, चीन का दावा है कि ये वायरस मानव निर्मित नहीं है। अगर चीन का दावा सच है तो चीन के डॉक्टर अपनी ही सरकार पर सवाल क्यों उठा रहे है। डॉक्टर आई फेन ने दुनिया को ये भी बताया कि "मुझे यह पता होता कि ये वायरस इतने लोगों की जान ले लेगा तो मैं चुप नहीं बैठती। मैं पूरी दुनिया को ये बात बताती। जिस भी माध्यम से कह पाती मैं ये जानकारी सभी को देती। फिर चाहे मुझे कोई जेल में ही क्यों न डाल देता।"
डॉ फेन का यह इंटरव्यू रेनवू ने अपनी साइट से हटा दिया है। चीन की सोशल मीडिया से भी डॉ फेन का इंटरव्यू गायब हो गया है। डॉ आई फेन से पहले वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल के डॉक्टर ली वेनलियांग ने भी कोरोना वायरस के बारे में सरकारी अधिकारियों को चेतावनी दी थी, लेकिन उन्हें भी धमकी दी गई थी। बाद में डॉक्टर ली की कोरोना वायरस से ही मौत हो गई थी।
चीन के खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने तो यहां तक दावा किया था कि डॉ ली की मौत कोरोना नहीं बल्कि उनकी हत्या चीनी सेना ने की थी। उस अधिकारी का भी दावा था कि कोरोना वायरस वुहान की लैब से ही निकला है। कोरोना वायरस पर सच्चाई क्या है ये किसी को नहीं मालूम, फिलहाल चीन से शुरू हुआ कोरोना अब दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन चुका है