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Monday, March 16, 2020

क्या राज्यपाल कर सकते हैं कमलनाथ की सरकार को बर्खास्त.? क्या बोले संविधान विशेषज्ञ कश्यप

भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार पर संकट बरकरार है। राज्यपाल लालजी टंडन ने सीएम कमलनाथ को चिट्ठी लिखी थी कि आपकी सरकार अल्पमत में है, हमारे अभिभाषण के बाद सदन में बहुमत साबित करें। लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई। पत्रिका डॉट कॉम ने संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से बात की है। अब प्रदेश में क्या सियासी हालात बन सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर क्या कुछ कहा है।
सवाल: क्या राज्यपाल सरकार को फ्लोर टेस्ट के लिए सरकार और स्पीकर को बोल सकते हैं?
जवाब: अगर किसी भी सरकार के बारे में संदेह हो कि वह बहुमत का समर्थन पा रही है या नहीं, ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि सदन में जल्द से जल्द बहुमत का सबूत दे। राज्यपाल ने यहीं कहा कि आपकी सरकार ने बहुमत खो दिया है और आप सदन के अंदर अपना बहुत टेस्ट कीजिए। बात सिर्फ इतनी सी ही है, सदन के अंदर ही सरकार के बहुमत का निर्णय होना चाहिए। ये जल्दी से जल्दी होना चाहिए, मुझे टालने का कोई औचित्य नजर नहीं आता।
सवाल: बीजेपी विधायकों ने राज्यपाल के सामने जाकर परेड किया है, ऐसे में राज्यपाल का अब अगला कदम क्या हो सकता है?
जवाब: देखिए, संवैधानिक स्थिति तो स्पष्ट है लेकिन निर्णय राजनैतिक होगा। क्योंकि ये मान लिया जाए कि जानबूझकर सरकार ने ये टाला है या फिर जानबूझकर ऐसा चाहती है और बहुमत खो चुकी है। ऐसे में राज्यपाल के सामने संवैधानिक विकल्प स्पष्ट है लेकिन राजनैतिक दृष्टि से क्या होगा, इसे लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। क्योंकि इसमें राजनैतिक लाभ ज्यादा लगता है। अगर सरकार को डिसमिस किया जाता है तो वो शहीद कहलाएं, बाजए इसके कि वो बहुमत खोकर इस्तीफा दें। इसमें राजनैतिक लाभ ज्यादा मालूम पड़ता है। लोगों के बीच में जाकर तब यह कह सकें कि हमारी सरकार को बर्खास्त कर दिया गया।
सवाल: क्या राष्ट्रपति शासन के लिए राज्यपाल सिफारिश कर सकते हैं?
जवाब: हां, कर सकते हैं, लेकिन जैसा कि पहले मैंने आपको बताया कि ये निर्भर पूरी तरह से राजनीतिक आकलन के आधार पर होगा। क्या राज्यपाल वर्तमान सरकार को ऐसा मौका देना चाहेंगे। ताकि सरकार शहादत की बात कह सके। उसके बाद उसे राजनैतिक कैपिटल बना सके।
सवाल: 16 कांग्रेस विधायक जिस आधार पर इस्तीफा मंजूर करने की मांग कर रहे हैं, क्या वो एक कानूनी पहलू हो सकता है?
जवाब: 16 कांग्रेस विधायकों के मामले में भी स्पीकर को जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए। लेकिन नियमों के अनुसार प्रावधान ये है कि जब तक स्पीकर आश्वस्त न हो कि इस्तीफे उन्होंने स्वेच्छा से दिया है, तब तक वो रोक सकतें हैं।
सवाल: मध्यप्रदेश की राजनीति में अभी जो स्थिति उत्पन्न हुई है, उसमें अब क्या हो सकता है?
जवाब: अब ये हो सकता है कि सारी चीजें ऐसे ही चलता रहे। दूसरा यह हो सकता है कि राज्यपाल अपने संवैधानिक अधिकारियों का उपयोग कर सरकार को बर्खास्त करें। लेकिन वे करेंगे या नहीं यह राजनैतिक स्थिति पर निर्भर करेगा।