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Saturday, March 14, 2020

खाटू श्याम बाबा के दरबार पहुंचे मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक, लगाई अर्जी जानिए क्या हैं लोक मान्यताएं

सीकर. राजस्थान में आस्था और उम्मीद का नारा है- 'हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा'. ये नारा सीकर के खाटू के प्रसिद्ध श्याम बाबा मंदिर में जन आस्था का नारा है. शुक्रवार को इसी सहारे की उम्मीद में कमलनाथ के मंत्री और कांग्रेस विधायक खाटू में बाबा श्याम के दरबार में पहुंचे और मत्था टेका बाबा श्याम से आशीर्वाद लिया. विधायकों ने कमलनाथ सरकार की सलामती की प्रार्थना की.
जानें यहां क्यों कहते हैं- हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा:-
अब सवाल ये कि जयपुर में बाडेबंदी में रखे विधायकों को धार्मिक यात्रा के लिए सबसे पहले खाटू में बाबा श्याम के दरबार में क्यों ले जाया गया? उसकी एक वजह बाबा श्याम को लेकर लोक मान्यता है. बाबा श्याम दरअसल महाभारत के बार्बरिक का अवतार माने जाते हैं. महाभारत युद्ध में जब भगवान कृष्ण को ये लगा कि बार्बरिक इस युद्ध को सिर्फ तीन बाण में खत्म कर सकता है, तब कृष्ण को बार्बरिक के हाथों हार का डर सताने लगा. बार्बरिक कौरवों की तरफ थे, तब कृष्ण ने बार्बरिक की परीक्षा के दौरान उससे शीश वचन में मांगा. बार्बरिक ने वचन को निभाते हुए अपना शीश दिया था. उसी बार्बरिक को अब बाबा श्याम के रूप में पूजा जाता है.
विधायकों को उम्मीद- कमलनाथ सरकार का सहारा बनेंगे बाबा श्याम:-
इस मंदिर की पहचान सत्यनिष्ठा वचन पालक और  मनोकामना की पूर्णता के रूप में है. कमलनाथ सरकार को बचाने में जुटे कांग्रेस के सिपहसालार इसी उम्मीद में विधायकों को बाबा श्याम के दरबार में ले गए. इन्हें उम्मीद है कि बाबा श्याम कमलनाथ सरकार का सहारा बनेंगे. मंदिर पहुंचे विधायकों ने कहा, ''कमलनाथ सरकार के साथ थे और रहेंगे. हमने बाबा के दरबार में सरकार की सलामती की अर्जी लगाईं.