भोपाल. मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को शुक्रवार को बहुमत साबित करना है. इससे पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी की है. इन विधायकों को 20 मार्च को अनिवार्य तौर पर सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है. साथ ही निर्देश दिया गया है कि विधायक बहुमत के प्रस्ताव पर वोट करें. इस व्हिप को एमपी कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक और मंत्री गोविंद सिंह ने जारी किया है. वहीं, बीजेपी विधायकों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए भी व्हिप जारी हुआ है. बीजेपी के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने विधायकों को 20 मार्च को अनिवार्य तौर पर सदन में रहने के लिए कहा है. इस दौरान इन विधायकों को विश्वास मत के विरोध में वोट करने के लिए कहा गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था ये फैसला:-
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को इस मामले की सुनवाई हुई. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को ही फ्लोर टेस्ट करवाया जाए. वहीं, कांग्रेस फ्लोर टेस्ट नहीं करवाने की मांग कर रही थी. लेकिन अपने फैसले में कोर्ट ने आदेश दिया कि सदन में विधायक हाथ उठाकर वोटिंग करेंगे, साथ ही इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी. इसके अलावा फ्लोर टेस्ट को शुक्रवार शाम पांच बजे से पहले पूरा करना होगा. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि अगर बागी विधायकों को सदन में आने में कोई डर है तो मध्य प्रदेश और कर्नाटक के डीजीपी उन्हें सुरक्षा दें.
शिवराज ने किया फैसले का स्वागत:-
यह फैसला आने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसका स्वागत किया. वहीं विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि कल पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी.
कांग्रेस फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार:-
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने का कहना है कि वे इसके लिए हमेशा से तैयार थे. इसपर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बारे में खुद स्थिति स्पष्ट की थी. पटवारी का कहना है कि यह जरूरी है कि जिन विधायकों को बंधक बनाया गया उन्हें सामने लाया जाए. सदन सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने के लिए बाध्य है और हम अपना बहुमत सिद्ध करने को लेकर आश्वस्त हैं.