हेल्थ डेस्क। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. डॉक्टर्स से अनुसार, कोरोना वायरस से बचाव के लिए शरीर के इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग रखना जरूरी है. इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कलौंजी के फायदे. कलौंजी के बीज काले रंग के होते हैं. कुछ स्थानों पर इसे मंगरैल भी कहा जाता है. काले रंग के इन छोटे-छोटे बीजों में स्वास्थ्य का खजाना छिपा हुआ है. कलौंजी के बीज इम्यूनिटी बढ़ाने, मुंहासों पर नियंत्रण रखने में बेहद लाभदायक साबित होते हैं. इसके साथ ही कलौंजी के बीजों का सेवन करने से शरीर से कई बीमारियां दूर रहती हैं.
इम्यूनिटी को बढ़ाता है कलौंजी:-
- कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करती है. जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण भी बनती है.
- कलौंजी का इस्तेमाल करने से खराब कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होता है. इसके साथ ही कलौंजी अच्छे एचडीएल कोलेट्रॉल को बढ़ाता भी है.
- कलौंजी पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो दिमागी क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं.
- कलौंजी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं.
ऐसे करें कलौंजी का इस्तेमाल:-
- कलौंजी के बीजों को पानी के साथ उबालें और उसमें नींबू और शहद को मिलाकर पिएं. आप चाहे तो कलौंजी के बीज लेकर गर्म पानी के साथ निगल लें. इसके बाद एक चम्मच शहद खा लें.
- थोड़े से कलौंजी के बीजों को लेकर उसमें नींबू का रस डालकर एक तरफ रख दें. नींबू के रस और कलौंजी के मिक्स को थोड़ी देर धूप में रख दें. जब तक कि कलौंजी के बीज पूरी तरह से सूख न जाए. सूखने के बाद रोजाना 8 से 10 बीज खाएं.
इन लोगों को नहीं करना चाहिए कलौंजी का इस्तेमाल:-
कई प्राकृतिक गुणों से भरपूर कलौंजी का इस्तेमाल कुछ लोगों को नहीं करना चाहिए. एक निश्चित मात्रा से अधिक कलौंजी के बीजों का सेवन करने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. गर्भवती महिलाओं या गर्भ धारण करने वाली महिलाओं को कलौंजी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर, किसी कारणवश कोई गर्भवती महिला कलौंजी का इस्तेमाल करना चाहती है तो इसके लिए पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें.