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Thursday, April 16, 2020

मुस्लिम देशों पर है शनि की नज़र, चीन के शिकंजे में आ सकता है पाकिस्तान !

ज्योतिष डेस्क। विश्व भर की कुंडली पर एक नज़र डालें तो जगत लग्न वि. संवत् 2077 की कुंडली में तुला लग्न का स्वामी शुक्र अपनी राशि वृष का होकर अष्टम (मृत्यु घर) में विराजमान होने तथा कुंडली में स्पष्ट काल सर्पयोग तथा सूर्य सप्तम भाव में उच्च का होकर लग्न में अपनी नीच राशि तुला को प्रभावित करने के कारण यह संवत 2077 अकल्पनीय घटनाओं, दुर्घटनाओं के लिए कई वर्षों तक याद किया जाएगा। संसार में जन-धन की भारी हानि होगी।
मुस्लिम राष्ट्र : मुस्लिम देशों की कुंडली में कुंभ लग्न तथा कुंडली में स्पष्ट कालसर्प योग बन रहा है। लग्नेश शनि अपनी विशेष दृष्टि से लग्न को देख रहा है तथा लग्नेश शनि का राहु के साथ समसप्तक योग पांच ग्रहों सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, शुक्र के साथ नवम-पंचम योग बना रहा है जिससे मुस्लिम राष्ट्रों पर भुखमरी, भूकंप, महामारी, तूफान से जन-धन हानि तथा किसी राष्ट्राध्यक्ष का अवसान होगा।
शनि की दृष्टि का फल : विक्रमी संवत 2077 में शनि देव मकर राशि में रहेंगे। (25 मार्च 2020 से 12 अप्रैल, 2021 तक) शनि की दृष्टि मीन, कर्क तथा तुला राशियों पर तथा धनु, मकर व कुंभ राशि वाले राष्ट्रों पर शनि की साढ़ेसाती की गिरफ्त में होने के कारण उत्तरी प्रांतों, उत्तरी यूरोपीय देशों (इटली, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी तथा उत्तर दक्षिणी मुस्लिम देशों सीरिया, तुर्की, ईरान, ईराक, कुवैत में राजनीतिक अस्थिरता, सत्ता परिवर्तन, उथल-पुथल, हिंसक घटनाओं, जन-धन हानि के संकेत हैं। पाकिस्तान को चीन शिकंजे में कंसने का प्रयास करेगा।
शास्त्रों के अनुसार मकर राशिस्थ शनि का फल : इस वर्ष गुरु एवं शनि मकर राशि में साथ रहने से मुस्लिम देशों के लिए अशुभ साबित होगा। कर्क, तुला एवं मीन राशि वाले एवं उत्तरी राज्यों में विशेषकर पाकिस्तान में युद्ध के बादल मंडराएंगे। जन-धन की हानि व प्रकृति प्रकोप के कारण इसके नेस्तनाबूद होने के योग बनेंगे। पाकिस्तान, अमरीका, स्पेन, इटली, जापान, चीन के लिए आने वाला समय कष्टदायक सिद्ध होगा।