भोपाल. अक्सर लोग कहते हैं कि अजब एमपी, गजब एमपी। क्योंकि यहां अजब-गजब के काम होते रहते हैं और देखते देखते रिकॉर्ड बन जाते हैं। कुछ ऐसा ही सियासत में भी होने वाला है। दरअसल, सियासत में एक के बाद एक रिकॉर्ड बनाने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। अब आप सोच में पड़ गए होंगे कि ऐसा क्या कर दिए।
बात कुछ खास नहीं है फिर भी खास है। खास इसलिए है कि शिवराज सिंह चौहान बगैर कैबिनेट के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़कर उसे अपने नाम करने जा रहे हैं। ये रिकॉर्ड पहले कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा के नाम था, लेकिन अब यह 'मामा' के नाम दर्ज हो गया।
23 मार्च को ली थी सीएम पद की शपथ:-
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में मार्च में सियासी घमासान चल रहा था। सियासी घमासान के बीच 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान सीएम पद की शपथ ली थी। तब से लेकर अब तक वे बगैर कैबिनेट के ही सरकार चला रहे हैं। कोरोना संकट काल में वे अकेले ही किला बचाते नजर आ रहे हैं।
26वें दिन येदियुरप्पा ने किया था मंत्रिमंडल का गठन:-
हालांकि येदियुरप्पा ने 26वें दिन मंत्रिमंडल का गठन कर लिया था लेकिन शिवराज सिंह चौहान आज भी अकेले ही किला को संभाले हुए हैं। इसके अलावे शिवराज सिंह चौहान के खाते में रिकॉर्ड चार बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने का भी है।