इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना का कहर जारी है। बता दें कि देर रात जारी नए आंकड़ों में 78 और पॉजिटिव मरीज मिले। तीन लोगों के मौत की पुष्टि भी हुई है। अब तक 3260 लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जबकि 122 लोगों की जान जा चुकी है। इन सब के बीच शहर में बढ़ते मरीजों को देखते हुए प्रशासन ने तय किया है कि 31 मई के बाद भी लॉकडाउन नहीं खुल पाएगा। इसे 20-25 जून तक बढ़ाया जा सकता है। मॉल, सिनेमा हॉल, स्कूल, मंडियां, जिम, क्लब जैसे सार्वजनिक स्थान तो जुलाई अंत या अगस्त तक ही खोले जा सकेंगे।
लॉकडाउन को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने पत्रकारों से अलग-अलग चर्चाओं में इस बात के संकेत दिए हैं। कलेक्टर के मुताबिक, लोगों में अब भी जागरूकता नहीं है। वे न तो फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, न ही मास्क का उपयोग कर रहे हैं।
वहीं केंद्र सरकार 31 मई के बाद दो हफ्ते के लिए फिर से लॉकडाउन बढ़ा सकती है। कोरोना वायरस के संक्रमण की गति को कम करने के लिए बढ़ाए जाने वाले इस लॉकडाउन का स्वरूप अलग हो सकता है। गृह मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन का अगले चरण की भावना पहले जैसे लॉकडाउन की तरह नहीं होगी और ज्यादातर फोकस 11 शहरों पर होगा जहां देश के कोविड -19 (Covid-19) के 70 प्रतिशत मामले हैं। इन शहरों में छह बड़े महानगर इंदौर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता हैं. इसके अलावा इसमें पुणे, ठाणे, जयपुर, और सूरत भी शामिल हैं।
कलेक्टर मनीषसिंह ने लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से धीमे-धीमे खोलने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट कियाल है कि लॉकडाउन खोलने का हम एक मॉडल बना रहे हैं। इसके लिए हमने स्वास्थ्य से जुड़े मापदंड बनाए हैं। अगर कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती है साथ ही आइसीयू और वेंटीलेटर पर जाने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा होता है तो माना जाएगा कि शहर में संक्रमण बढ़ रहा है। यदि ऐसा हुआ तो लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाएगा।