भोपाल. देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। लॉकडाउन तीन में सर्कार क्लीन जिलों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ा रही है, लेकिन प्रदेश में कोरोना का दायरा बढ़ता जा रहा है। सरकार और प्रशासन के लिए चिंता की बात ये है कि मध्यप्रदेश के करीब 60 जिले कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। जिस कारण से सरकार की चुनौतियां बढ़ गई हैं।
38 जिलों में वायरस:-
मध्यप्रदेश के करीब 35 जिलों में कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं। 15 अप्रैल तक मध्यप्रदेश के 26 जिले कोरोना संक्रमण की चपेट में थे। चार मई तक यह आंकड़ा बढ़कर 38 पहुंच गई। कई जिले ऐसे भी हैं जहां कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। एक सप्ताह में निवाड़ी, पन्ना, कटनी, अशोकनगर, सतना, डिंडौरी और रीवा में मरीज सामने आए हैं।
इन जिलों के गांव में संक्रमण:-
निवाड़ी, पन्ना, कटनी, अशोकनगर, सतना, डिंडौरी और रीवा जिलों में आर्थिक गतिविधियों का संचालन शुरू करने के ऐलान के बाद संक्रमण पाया गया है। इन पिछड़े जिलों व अंचलों के करीब 60 गांव कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। सरकार के सामने अब इस बढ़चते संक्रमण को रोकने की चुनौती है, क्योंकि ग्रामीण इलाकों और ग्रीन जोन में आने वाले जिलों में सबसे ज्यादा छूट दी गई है।
ऐसे बढ़ा संक्रमण का दायरा:-
तारीख संक्रमित जिले 15 अप्रैल 26 जिलों में संक्रमण 20 अप्रैल 26 जिलों में संक्रमण 25 अप्रैल 26 जिलों में संक्रमण 30 अप्रैल 31 जिलों में संक्रमण 04 मई 35 जिलों में संक्रमण
बढ़ते गए मरीज:-
15 अप्रैल को मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 741 थी और 53 लोगों की मौत हुई थी। अब मरीजों की संख्या 2837 हो चुकी है जबकि कोरोना संक्रमण के कारण 160 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन यह वृद्धि नए जिलों की बजाए। इंदौर, भोपाल औऱ रेड जोन में शामिल अन्य जिलों में हुई। नए जिलों में केवल एक से दो केस सामने आए।
इन जिलों में तेजी से बढ़े केस:-
मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, रायसेन, धार, खंडवा, होशंगाबाद, बुरहानपुर, और रतलाम में केस तेजी से बढ़े हैं।
विपरीत हैं हालात:-
सरकार ने लक्ष्य रखा है कि आने वाले दो हफ्तों में रेड जोन को ऑरेंज और ऑरेंज जोन जिलों को ग्रीन जोन में बदला जाएगा। लेकिन फिलहाल जिस तरह से मध्यप्रदेश में आंकड़े बढ़ रहे हैं वह सरकार के लक्ष्य के विपरीत हैं। अब ग्रीन जोन तेजी से ऑरेंज जोन में बदल रहे हैं।