भोपाल. प्रदेश में होने वाले 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर सियासत दिन-ब-दिन गर्म हो रही है. बीजेपी के अंदर अब उपचुनाव में पार्टी के चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी हैं. सिंधिया समर्थक और करेरा से विधायक रहे जसवंत जाटव ने कहा है कि प्रदेश में होने वाले उपचुनाव बीजेपी (BJP) के बैनर तले ही लड़े जाएंगे, लेकिन उपचुनाव में पार्टी का चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे.
दरअसल, प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में 16 सीटें ग्वालियर और चंबल इलाके से आती हैं और इस इलाके में ज्योतिरादित्य सिंधिया का खासा प्रभाव माना जाता है. जिन 16 सीटों पर उपचुनाव होना है, वे सभी सिंधिया के प्रभाव वाली विधानसभा सीटें हैं. ऐसे में पूर्व विधायकों की सोच है कि 16 सीटों पर सिंधिया ही पार्टी का चेहरा बने.
2018 के चुनाव में उतरे थे बीजेपी के दिग्गज:-
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर, जयभान सिंह पवैया सरीखे नेताओं ने ग्वालियर और चंबल में जमकर प्रचार किया था. लेकिन, अब बदले हालातों में और सिंधिया समर्थकों की मांग के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या ग्वालियर चंबल में सिंधिया के कद के आगे बीजेपी के दूसरे नेताओं का कद कम होगा?:-
कांग्रेस विधायक ने कही ये बात
इस बयान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर सवाल खड़ा करते हुए तंज भी कसा. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा है कि उपचुनाव में बीजेपी का चेहरा कौन होगा यह उनका पार्टी तय करेगी, लेकिन 22 सीटों पर प्रत्याशियों की नीति से हार जीत तय होगी.
शिवराज होंगे चेहरा और सिंधिया का होगा अहम रोल:-
इस बारे में बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि ग्वालियर चंबल की 16 सीटों पर सीएम शिवराज ही पार्टी का चेहरा होंगे. लेकिन इन सीटों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का अहम रोल होगा. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. इस बयान से साफ हो गया है कि बीजेपी सीएम शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण मानती है, लेकिन सिंधिया के कांग्रेस से पार्टी में आने के बाद उनके महत्व से भी इनकार नहीं करती.