न्यूयॉर्क। अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 80 हजार के पार जा चुकी है। इसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) इकॉनमी ग्रोथ के लिए लॉकडाउन खोलने पर अमादा हैं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इकॉनमी को खोल दिया जाए और लोग काम पर वापस लौटें। इस बीच ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं कि जो हजारों लोग काम पर लौटे हैं, वे कोरोना से ग्रस्त हो गए हैं। हाल के आंकड़ों में पता चला है कि मीट पैकिंग और मुर्गी पालन से जुड़ा कार्य जहां होता है, वहां कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ गया है।
अमेरिकी के टेक्सस प्रांत के ऑस्टिन में कंस्ट्रक्शन वर्कर्स में कोरोना के मामले पाए गए हैं। ये लोग हाल ही में काम पर लौटे थे। वाइट हाउस (White House) में ट्रंप के एक सहयोगी भी कोरोना से संक्रमित हैं। उपराष्ट्रपति माइक पेंस के प्रेस सेक्रटरी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पता चलता है कि यहां पर जिस तरह से लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जा रही है, इससे यहां काम करने वाले लोगों के लिए जोखिम बढ़ता जा रहा है। ऑस्टिन के सिटी काउंसिल के रीजनल हेल्थ ऑफिसर डॉ. मार्क एस्कट हैं। उनका कहना है, 'जो लोग अब बीमार मिल रहे हैं, उनमें वे लोग शामिल हैं जो इन दिनों काम पर लौटे हैं। हां, और लोग भी काम पर लौटेंगे तो यह जोखिम बढ़ता जाएगा।
कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका:-
टेक्सस के ऑस्टिन में स्थितियों को देखते हुए फिक्रमंद होना लाजमी है। कुछ उसी तर्ज पर पूरे अमेरिका में चिंता के बादल मंडरा रहे हैं। माना जा रहा है कि यदि स्टोर्स और फैक्ट्रियों को खोला गया तो फिर से वायरस को पनपने का मौका मिलेगा। काम करने वाली इन जगहों के अलावा भी अन्य स्थानों में महामारी तेजी से फैल सकती है जैसे कि नर्सिंग होम्स में, रिटायर्ड या बेरोजगार लोगों के बीच या कुछ ऐसी जगहें जहां पर जनसंख्या घनत्व ज्यादा है। न्यू यॉर्क सिटी, शिकागो, फिलाडेल्फिया में कोरोना के पनपने की आशंका ज्यादा है।
रेडार की पकड़ में नहीं आता शियान H-20 बम वर्षक:-
अमेरिका, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य देशों के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन इस साल अपना सुपरसोनिक रफ्तार से उड़ने वाला अत्याधुनिक बमवर्षक विमान शियान H-20 तैयार कर लेगा। स्टील्थ टेक्नॉलजी की वजह से यह विमान रेडार की पकड़ में नहीं आता है। इस विमान के चीनी एयरफोर्स में शामिल होते ही चीन की मारक क्षमता दोगुना हो जाएगी। चीन के इस बमवर्षक विमान की मदद से 5300 मील (8500 किमी) तक मार कर सकेगा। चीनी विमान के दायरे में पूरा भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के कुछ इलाके आ जाएंगे।
रूस, अमेरिका के विशिष्ट क्लब में शामिल होगा चीन:-
शियान H-20 के शामिल होते ही चीन अमेरिका और रूस के उस विशिष्ट क्लब में शामिल हो जाएगा जो परमाणु बम से लैस मिसाइल हवा, जमीन और समुद्र से दागने में सक्षम हैं। इसके साथ ही चीन का न्यूक्लियर ट्रायड पूरा हो जाएगा। इस साल नवंबर महीने में होने जा रहे झुहाई एयरशो में इस बमवर्षक विमान को पेश करने जा रहा है। एक तरफ दुनिया जहां कोरोना महासंकट से जूझ रही है, वहीं चीन इस एयरशो के जरिए पूरे विश्व को यह दिखाने की कोशिश करेगा कि उसके ऊपर कोरोना का कोई खास असर नहीं पड़ा है।
अमेरिका के बमवर्षक विमान की नकल है चीनी विमान:-
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक चीन का शियान H-20 बमवर्षक विमान अमेरिका के बी-2 या बी-21 की नकल है। यह विमान परमाणु और परंपरागत मिसाइलों से लैस है। सूत्रों के मुताबिक इस विमान पर हाइपरसोनिक मिसाइलें भी लगी हुई हैं। इससे यह विमान अजेय हो जाता है। इस विमान से 5300 मील के दायरे में कहीं भी परमाणु बम गिराया जा सकता है। विशेषज्ञ इस बेहद घातक हमलावर विमान को लेकर चीन की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। एक अमेरिकी सूत्र ने कहा कि अगर अमेरिका अपने पांचवीं पीढ़ी के विमान F-35 को और ज्यादा तैनात करता है तो चीन H-20 का सहारा ले सकता है। अमेरिका ने 200 F-35 जेट जापान और दक्षिण कोरिया को बेचा है।
भारतीय सीमा, साउथ चाइना सी में तनाव बढ़ा रहा चीन:-
कोरोना वायरस महामारी के चीन ने अपनी कुटिल चाल चलते हुए साउथ चाइना सी और भारतीय सीमा पर तनाव को बढ़ा दिया है। साउथ चाइना सी में चीन अपना सैन्य जाल बिछा रहा है। चीन साउथ चाइना सी से पेट्रोकेमिकल्स और अन्य मिनरल निकालना चाहता है और इलाके में एक न्यूक्लियर रिएक्टर भी बना सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि साउथ चाइना सी पर युद्ध के हालात पैदा हो सकते हैं जिस युद्ध में चीन, अमेरिका और रूस शामिल हो सकते हैं। चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेइ फंगे ने कहा कि अगर अमेरिका की तरफ से युद्ध के हालत पैदा किए गए तो पेइचिंग हर कीमत पर लड़ने को तैयार है। चीन की हरकतों को देखते हुए अमेरिका ने भी इलाके में अपने तीन युद्ध पोत भेजे हैं। चीन के सैनिकों ने भारत के सिक्किम और लद्दाख में दादागिरी करने की कोशिश लेकिन भारतीय सैनिकों की कार्रवाई के बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा।
लगातार बढ़ रही है संक्रमितों की संख्या:-
अमेरिकी की 15 काउंटीज (भौगोलिक रूप से कुछ इलाके) में 28 अप्रैल से 5 मई के बीच प्रतिव्यक्ति के हिसाब से इन्फेक्शन की दर ज्यादा रही। यहां, मीट पैकिंग और मुर्गी पालन से जुड़ा कार्य होता है। इतना ही नहीं, यहां सरकारी जेलें भी हैं। टेनेसे की ट्रूसडेल काउंटी में सर्वाधिक संक्रमण की दर रही है, यहां 1300 कैदी और 50 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, सरकारी जेलों में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ी है। 5 मई को 2066 कोरोना पॉजिटिव पाए गए जो 25 अप्रैल को महज 730 थे।
15 अप्रैल को तीन मामले, अब हजार पार:-
यह जानकर तो आप और भी हैरान हो जाएंगे कि नेब्रास्का की डकोटा काउंटी में टाइसन फूड मीट प्लांट लगा हुआ है, यहां 15 अप्रैल तक महज तीन कोरोना पॉजिटव मामले थे लेकिन अब यहां संक्रमण से ग्रस्त लोगों की संख्या 1 हजार के पार जा चुकी है।