भोपाल. मध्य प्रदेश के भोपाल ( Bhopal) में कोरोना संकटकाल में पहली बार होम्योपैथिक पद्धति (Homeopathic Process) ने कोरोना को मात दी है. दरअसल, 13 मई को कोरोना के हल्के लक्षणों के साथ शहर के तीन मरीजों को भर्ती किया गया था. इन सभी मरीजों का इलाज होम्योपैथिक पद्धति से भोपाल के गवर्नमेंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुआ. इलाज के बाद सभी मरीजों का दस दिन बाद परीक्षण किया गया. टेस्ट में सभी मरीज स्वस्थ मिले हैं जिसके बाद आज अस्पताल से सभी की भारत सरकार की नई गाइडलाइन के तहत छुट्टी कर दी गई.
डॉ. सुनीता तोमर अधीक्षक शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय की टीम प्रो. डॉ. प्रवीण जयसवाल, प्रो डॉ. संजय गुप्ता, पीजी डॉक्टर डॉ. मनोज साहू, डॉ. मुकेश मर्सकोले ने बताया कि आज तीन मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ करके उन्हें डिस्चार्ज किया गया है. डॉक्टर तोमर ने बताया कि मरीजों में एक महिला उम्र 45 वर्ष, दो पुरुष उम्र 50 व 27 वर्ष जो कि यहां होम्योपैथिक चिकित्सालय में 13 मई को भर्ती किए गए थे जिनका यहां डॉक्टरों की टीम द्वारा लक्षणों के आधार पर सफलतापूर्वक होम्योपैथिक दवाओं (Bryonia alba 200, Arsenic album 200, Kali Carb 200, Pulsatilla 30 ) द्वारा उपचार किया गया और साथ भर्ती मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं साफ सफाई के महत्व के बारे में भी समझाया जा रहा है.
शुरूआती स्टेज में खत्म किया वायरस का इन्फेक्शन:-
होम्योपैथी अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना के अति मंद लक्षणों वाले मरीजों को प्रचलित दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के अलावा लक्षणों के आधार पर होम्योपैथी दवाएं देकर उनकी निगरानी की गई. डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना के फर्स्ट स्टेज में ही इलाज कर कोरोना वायरस को खत्म किया गया है. शासकीय होम्योपैथी अस्पताल की अधीक्षक डॉ. सुनीता तोमर का कहना है कि शासन से मिले निर्देशों के आधार पर कोरोना के हल्के लक्षण वाले पेशेंट्स को होम्योपैथिक से ट्रीटमेंट दिया गया जिससे सभी मरीज अब स्वस्थ्य हो चुके हैं और पूरी तरह ठीक होने के बाद आज उनकी घर वापसी हुई.