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Saturday, August 31, 2019

मालवा के इस मंदिर परिसर में लगा हिमालय की दुर्लभ प्रजाति का रुद्राक्ष का पेड़, एक मुखी रुद्राक्ष लगता है फल के रूप में

रिपोर्ट:- सुनिल योगी
देवास। (मध्यप्रदेश) बागली विकासखंड की मऊ खेड़ा ग्राम पंचायत के प्राचीन माता मंदिर में हिमालय की दुर्लभ प्रजाति जिसे हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है भगवान शंकर जिसे गले में धारण किए हुए हैं सनातनी लोग इसे पूजते हैं रूद्र मोती यानी रुद्राक्ष फल बहुत कम लोग जानते हैं कि इसका पेड़ हिमालय में दुर्गम स्थानों पर पाया जाता है हरिद्वार के पास कनखल नामक स्थान पर भी इसका पेड़ है मऊ खेड़ा के छोटी बड़ी माता जी मंदिर परिसर में रुद्राक्ष पेड़ लगा हुआ है यहां के महंत दीवान गिरी गोस्वामी शिव गिरी गोस्वामी विनोद गोस्वामी ने बताया कि इस पेड़ में अगस्त माह में फूल लगते हैं नवंबर दिसंबर माह में फल पकने लगते हैं हजारों फलों में कभी कबार एक फल एक मुखी निकल जाता है वैसे तो रुद्राक्ष का हर फल शिव अवतार है और पूजनीय विशेषकर शैव संप्रदाय के लिए यह अमूल्य आभूषण है मऊ खेड़ा में जहां मालवा क्षेत्र का सामान्य मौसम है ऐसे मौसम में यह पेड़ लगना और इसमें फल लगना चमत्कारिक है यहां के दामाद हीरालाल गोस्वामी के अनुसार यहां लगने वाले फल की साइज थोड़ी सी छोटी अवश्य है किंतु पकने के बाद मजबूत है कई संत नवरात्रि में यहां से फल को ले जाकर आराधना में रखते हैं और सिद्ध करते हैं वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी राजेश धारे ने बताया कि यह पवित्र रुद्राक्ष पेड़ अक्सर ठंडे प्रदेशों में लगती है यहां लगना चमत्कारी है।