भोपाल. राजधानी भोपाल में एक और गिरोह का ख़ुलासा हुआ है जिसमें शामिल युवतियां जिस्मफ़रोशी कर ग्राहक के अश्लील वीडियो बनाती थीं और फिर ब्लैकमेल कर वसूली कर रही थीं. ये गिरोह 11 साल से सक्रिय था. गिरोह के दो दलाल और दो युवतियां पुलिस के हाथ लगे हैं. .गैंग की महिला सदस्य वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को शिकार बनाती थीं.आरोपियों ने अभी दो कारोबारी को ब्लैकमेल करने की बात कबूली है बाक़ी 10 मामलों की जांच की जा रही है.
सेक्स और धोख़ा- भोपाल में पुलिस ने जिस गैंग को पकड़ा उसके सदस्य सोशल मीडिया के ज़रिए रसूख़दारों को निशाना बनाते थे.जब कोई फंस जाता था, तो आरोपी झूठी एफआईआर, शिकायत और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपए ऐंठ लेते थे.
दोनों गैंग का कनेक्शन:-
भोपाल और इंदौर से पकड़े गए हनी ट्रैप गैंग के मामले की अभी पूरी गुत्थी सुलझी भी नहीं है कि राजधानी भोपाल में ऐसे ही दूसरे गैंग का पर्दाफाश हुआ. पुलिस इन दोनों गैंग के कनेक्शन की जांच कर रही है. ये दूसरा मामला राजधानी भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र का है.पुलिस ने एक कारोबारी की शिकायत पर इस गैंग को पकड़ा. गैंग की दो युवती और दो दलालों रुपनारायण गिरी और दीपांकर मंडल को गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल फोन ज़ब्त किए हैं.
गैंग के निशाने पर रसूख़दार:-
भोपाल नॉर्थ एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक इस इलाके के एक इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी ने ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराई थी. जांच में पता चला कि गैंग की ये युवतियां इस कारोबारी की दुकान पर आती-जाती थीं. उसी दौरान इनके बीच नज़दीकी बढ़ी. आठ महीने पहले आरोपी महिलाओं ने कारोबारी को अपने जाल में फंसा लिया और पांच लाख की डिमांड करने लगीं.बताया जा रहा है कि महिलाओं ने कारोबारी और उसके भाई का अश्लील वीडियो बना लिया था.
रेप की शिकायत:-
आरोपी महिलाओं ने अपने दो पुरुष साथियों के साथ मिलकर कारोबारी को धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वो उसके ख़िलाफ रेप की झूठी शिकायत कर एफआईआर दर्ज करा देंगी और फिर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर देंगी.बदनामी के डर से कारोबारी ने 80 हजार रुपए एक महिला आरोपी के अकाउंट में ट्रासंफर भी किए. लेकिन कारोबारी इससे ज़्यादा पैसे इन महिलाओं को नहीं दे पाया. बस उसके बाद ये गैंग कारोबारी को धमकी देने लगा.
ऐसे चल रहा था गैंग:-
-गैंग की महिला सदस्य वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को शिकार बनाती थीं.
-भोपाल, मुंबई, दिल्ली, गोवा सहित बड़े शहरों की फाइव स्टार होटलों में ग्राहक को ले जाकर जिस्मफरोशी करती थीं.उसके बाद ग्राहक का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करती थीं.
-गैंग की महिला सदस्य एक व्यक्ति से 15 से 20 हजार रुपए लेती थीं.
-11 साल से गैंग मध्यप्रदेश समेत दूसरे राज्यों में सक्रिय था.2013 में एक महिला सदस्य पिपलानी में गिरफ्तार हो चुकी है.
-गैंग के सदस्य रेप की झूठी एफआईआर, शिकायत और अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग करते थे.
-पुलिस की जांच में हनीट्रैप में फंसे भोपाल के दो कारोबारियों के मामले का खुलासा हुआ है.अभी ब्लैकमेलिंग के 10 और मामलों की जांच की जा रही है.
-अयोध्या नगर थाने से जुड़े एक मामले में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है.
-निशातपुरा थाना पुलिस प्रदेशभर के थानों में आरोपी महिलाओं के नाम से आई रेप, छेड़छाड़ की शिकायतों की जानकारी जुटा रही है.