नई दिल्ली. पिछले साल ही दिल्ली सरकार ने घरेलू बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए सोलर पैनल लगाने की मंजूरी दी थी. दिल्ली सरकार ने यह फैसला सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के मद्देनजर यह फैसला लिया था. साथ ही सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया था कि उपभोक्ताओं को सोलर पैनल लगाने के लिए किसी भी तरह का खर्च न उठाना पड़े. यह खर्च सोलर पैनल लगाने वाली कंपनी ही उठाएगी. आज हम आपको खुद के सोलर बिजनेस से कमाई करने के बारे में बताने जा रहे हैं.
सरकार ने 50 युवाओं को फ्री में ट्रेनिंग देकर उन्हें सूर्य मित्र बनाने का टार्गेट रखा था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इनमें से 18 हजारों युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है और ये सूर्य मित्र बन चुके हैं. मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (एमएनआरई) ने सूर्य मित्र की ट्रेनिंग दिलवाती है. आप नौकरी के साथ-साथ इस बिज़नेस में शामिल होकर कमाई कर सकते हैं. आइए जानें इसके बारे में...
क्या है सूर्य मित्र प्रोग्राम: सोलर सेक्टर में स्किल्ड वर्क फोर्स उपलब्ध कराने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी की स्पोंसरशिप के तहत सूर्य मित्र स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई) ने यह प्रोग्राम लॉन्च किया है. इसके लिए एनआईएसई द्वारा हर साल देश भर मेंं ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को अधिकृत किया जाता है, जो इस पूरे कोर्स की ट्रेनिंग देते हैं. सूर्य मित्र बनाने के लिए आवेदकों को एनआईएसई द्वारा अधिकृत किए गए स्किल डेवलपमेंट सेंटर में आवेदन करना होता है.
सूर्य मित्र बनने के लिए क्या है योग्यता: अगर आप दसवीं पास हैं और इलेक्ट्रिशियन, वायरमैन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिक, फिटर, शीट मैटल में आईटीआई किया हुआ है. आपकी उम्र 18 साल से अधिक हो तो आप एनआईएसई द्वारा अधिकृत सेंटर में आवेदन कर सकते हैं. ट्रेनी के सेलेक्शन के वक्त उन युवाओं को प्रमुखता दी जाएगी, जो रूरल बेकग्राउंड से हों, बेरोजगार हो, महिलाएं हों या एससी-एसटी से संबंधित हों. इस प्रोग्राम की खासियत यह है कि इसमें उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को अयोग्य मानते हुए प्रवेश नहीं दिया जाता.
600 घंटे की होती है ट्रेनिंग: यह पूरी तरह से फ्री रेजीडेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जहां रहना और खाना भी फ्री होगा. यह 600 घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम है. ट्रेनिंग के बाद आवेदकों का मूल्यांकन भी किया जाएगा. अंत में एनआईएसई की ओर से सर्टिफिकेट दिए जाएंगे.
नौकरी से लेकर बिजनेस तक करने का अवसर: ट्रेनिंग लेने के बाद युवा अपना सोलर बिजनेस शुरू कर सकते हैं.सरकार का सोलर चैनल पार्टनर भी बन सकते हैं. युवाओं को सोलर सिस्टम के मेंटेनेंस, ऑपरेशन और इंस्टॉलेशन की ट्रेनिंग दी जाएगी. देश में सोलर प्लांट लगा रही व पैनल मैनयुफैक्चरिंग कर रही देशी विदेशी कंपनियों में जॉब कर सकते हैं.