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Monday, September 30, 2019

कमलनाथ सरकार पर इस कांग्रेस MLA ने साधा निशाना, कहा- हनी ट्रैप नया नहीं, मामले की हो CBI जांच

इंदौर. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार को निशाने पर लिया है. न सिर्फ हनी ट्रैप मामले की जांच, बल्कि प्रदेश में 'ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग' चलाने के भाजपा के आरोपों पर भी उन्होंने कमलनाथ सरकार पर 'हमला' किया. हनी ट्रैप मामले पर लक्ष्मण सिंह ने भाजपा के स्टैंड का समर्थन करते हुए एसआईटी के साथ-साथ मामले की सीबीआई जांच की भी वकालत की. वहीं, बड़े पैमाने पर हो रहे तबादलों को लेकर भी उन्होंने आपत्ति उठाई. आपको बता दें कि इससे पहले भी लक्ष्मण  सिंह ने कमलनाथ सरकार पर किसान कर्जमाफी को लेकर निशाना साधा था.
हनी ट्रैप तो आदिकाल से चल रहा है:-
इंदौर में रविवार को हनी ट्रैप मामले पर मीडिया के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि हनी ट्रैप कोई नहीं बात नहीं है. ये तो आदिकाल से चल रहा है. युद्ध और राजनीति में हम सालों से ये बातें सुनते आए हैं. दि्वतीय विश्व युद्ध में भी इस तरह के मामले सामने आए थे. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि हालांकि ये गलत है. इससे सरकार को नुकसान होता है. हनी ट्रैप मामले में बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं पर उठ रही उंगलियों पर कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा, 'किसी पर इस तरह के लांछन नहीं लगाना चाहिए. बहुत सारे फर्जी एनजीओ को भुगतान हुआ है. एसआईटी मामले की जांच कर रही है, निश्चित रूप से इसमें शामिल लोगों के नाम सामने आएंगे.' मामले की जांच को लेकर उन्होंने कहा, 'एसआईटी हालांकि निष्पक्ष जांच कर रही है, इसलिए इसके नतीजे आने से पहले कुछ नहीं कहना चाहिए. चूंकि बीजेपी सीबीआई जांच की मांग कर रही है, इसलिए एसआईटी के साथ-साथ सीबीआई जांच भी करा लेना चाहिए.' आपको बता दें कि हनी ट्रैप मामले में अब तक बीजेपी ही सीबीआई जांच की मांग करती रही है. लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के पहले नेता हैं, जिन्होंने सीबीआई जांच की मांग कर सबको चौंका दिया है.
ज्यादा तबादले होंगे तो शक होगा ही:-
प्रदेश में चल रहे 'ट्रांसफर उद्योग' और महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी के बयान को लेकर भी लक्ष्मण सिंह ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'इतने सारे तबादले हो रहे हैं, तो शक की सुई तो घूमती ही है.' कांग्रेस विधायक ने कहा कि तबादलों पर रोक होना चाहिए, खासतौर पर जब स्कूल-कॉलेज खुल गए हों तो तबादले बैन होना चाहिए. तबादलों को लेकर लगे आरोपों पर उन्होंने कहा, 'आप किसी की सोच नहीं बदल सकते. कोई यदि आरएसएस या बीजेपी की विचारधारा का है, तो वो आपकी सरकार आने से बदल नहीं जाएगा. ये कला तो जनप्रतिनिधि में होनी चाहिए कि किससे कैसे काम लेना है. वो शासकीय कर्मचारी है. जिसकी सरकार है उसका काम करेगा, आप सिर्फ इसलिए कर्मचारी का तबादला कर देते हैं कि वो आपकी बात नहीं सुनता तो ये गलत है.' लक्ष्मण सिंह ने कहा, 'जनप्रतिनिधियों को भी आकलन करना चाहिए कि जो वो काम बता रहे हैं, वह कितना सही है या कितना गलत. मंत्री या विधायकों में अहंकार नहीं आना चाहिए. जनता सर्वोपरि है, कानून सर्वोपरि है और अधिकारी सरकार का काम करेगा क्योंकि वो सरकार से तनख्वाह लेता है आपसे तनख्वाह नहीं लेता.'
कमलनाथ सरकार को चेतावनी:-
कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने निगम मंडलों में होने वाली नियुक्तियों को लेकर भी अपनी ही सरकार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा, 'निगम मंडलों की नियुक्ति में जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हुई, तो सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे. जिन कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार के दौरान 15 साल तक संघर्ष किया है. धरना-प्रदर्शन या आंदोलन किए हैं और जेल भी गए हैं, उनको ही निगम मंडल में बिठाना चाहिए. शॉर्ट-कट वाले नेताओं को दूर रखना चाहिए, नहीं तो इससे असंतोष बढ़ेगा.'