नई दिल्ली। साइबर सिक्यॉरिटी फर्म CSIS के रिसर्चर्स ने एक ऐसे मैलवेयर का पता लगाया है, जिससे प्ले स्टोर की 24 एंड्रॉयड ऐप प्रभावित हैं. बताया गया है कि इन सभी ऐप्स को 4.72 लाख से ज़्यादा बार डाउनलोड किया गया है. गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद इन ऐप्स को एक नए तरीके के ट्रोजन से इंफेक्टेड पाया गया है, जिसका नाम 'जोकर' है.
यह ट्रोजन वायरस विज्ञापन दिखाने वाली वेबसाइट्स से बहुत आराम से और चुपचाप संपर्क कर लेता है. फिर यहां से वह यूज़र्स का SMS मैसेज, कॉन्टैक्ट लिस्ट और फोन की जानकारी चुराता है. रिसर्चर्स ने उन 24 ऐप्स की लिस्ट भी जारी कर दी है, जो इस खतरनाक जोकर वायरस से प्रभावित हैं. तो अगर आपके फोन में इसमें से कोई भी ऐप है तो फौरन अनइंस्टॉल करने की सलाह दी गई है.
फौरन हटाएं ये ऐप्स:-
---बीच कैमरा 4.2 (Beach Camera 4.2)
---मिनी कैमरा 1.0.2 APK (Mini Camera 1.0.2)
---सर्टेन वॉलपेपर 1.02 APK (Certain Wallpaper 1.02)
---रिवॉर्ड क्लीन 1.1.6 APK (Reward Clean 1.1.6 APK)
---ऐज फेस 1.1.2 (Age Face 1.1.2)
---ऑल्टर मेसेज 1.5APK (Altar Message 1.5APK)
---सोबी कैमरा 1.0.1 (Soby Camera 1.01)
---डीक्लेयर मेसेज (Declare Message)
---डिस्प्ले कैमरा 1.02 (Display Camera 1.02)
---रैपिड फेस स्कैनर 10.02 (Rapid Face Scanner 10.2)
---लीफ फेस स्कैनर 1.0.3 (Leaf Fase Scanner 1.0.3)
---बोर्ड पिक्चर एडिटिंग 1.1.2 (Board Picture Editing 1.1.2)
---क्यूट कैमरा 1.04 APK (Cute Camera 1.04 APK)
---डैजल वॉलपेपर 1.01 (Dazzle Wallpaper 1.01)
---स्पार्क वॉलपेपर 1.1.11 (Spark Wallpaper 1.1.11)
---क्लाइमेट एसएमएस 3.5 (Climate SMS 3.5)
---ग्रेट वीपीएन 2.0 (Great VPN 2.0)
---ह्यूमर कैमरा 1.1.5 (Humour Camera 1.1.5)
---प्रिंट प्लांट स्कैन (Print Plant scan)
---ऐडवोकेट वॉलपेपर 1.1.9 (Advocate Wallpaper 1.1.9)
---रड्डी एसएमएस मॉड (Ruddy SMS Mode)
---इग्नाइट क्लीन 7.3 (Ignite Clean 7.3)
---ऐंटी वायरस सिक्यॉरिटी-सिक्यॉरिटी स्कैन, ऐप लॉक (Antivirus Security - Security Scan,App Lock)
---कोलैट फेस स्कैनर ऐप (Collate Face Scanner)
इससे पहले 27 ऐप्स हुई थीं डिलीट:-
कुछ समय पहले गूगल ने अपने प्ले स्टोर से 27 एंड्रॉयड ऐप्स को डिलीट किया था. ये ऐप्स यूज़र्स को नकली प्ले स्टोर डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करते थे. क्विक हील टेक्नॉलजीज़ ने इन मैलिशियस ऐप्स की पहचान की और गूगल को इसकी जानकारी दी थी. क्विक हील सिक्युरिटी लैब ने बताया कि इन ऐप्स को ऐडवेयर से डिवाइसों को प्रभावित करने के लिए बनाया गया था और यह यूज़र्स को लगातार नकली 'प्ले स्टोर' डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करती थीं.