नई दिल्ली। भारत को राफेल लड़ाकू विमान मिल चुका है. खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस पहुंचकर विजयादशमी के दिन राफेल की पहली खेप को रिसीव किया. हर जगह मीडिया में खबरें चल रही हैं कि राफेल मिलने के बाद से भारत के दुश्मन कांप रहे हैं. ऐसे में आपके जेहन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस राफेल में क्या है जो दुश्मन केवल नाम सुनकर ही इतने हैरान परेशान हैं. मन में उठ रहे इन्हीं सवालों का जवाब आप नीचे विस्तार से समझ सकते हैं.
राफेल के बारे में अब तक जो जानकारी थी, पाकिस्तान उससे परेशान था, लेकिन भारत को जो राफेल मिला है उसमें काफी कुछ बदलाव किया गया है. ये बदलाव पाकिस्तान के होश उड़ाने वाले हैं. भारत के लिए तैयार किए गए राफेल में मीटिअर और स्काल्प मिसाइलों को लैस किया गया है. इसके चलते यह बेहद खतरनाक हो गया है. इन दोनों मिसाइलों से लैस राफेल भारत के लिए गेमचेंजर साबित होगा. मीटिअर एडवांस एक्टिव रडार सीकर से लैस है. ये हर तरह के मौसम में वार करने में सक्षम है. तेज रफ्तार जेट से लेकर छोटे मानव रहित विमानों के साथ-साथ क्रूज मिसाइलों को भी निशाना बना सकती है.
स्काल्प से लैस राफेल कितना खतरनाक होगा:-
स्काल्प करीब 300 किमी. तक मार करने वाली मिसाइल है. यह पहले से तय हमलों को नाकाम करने या फिर स्थिर लक्ष्यों को भेदने में दक्ष है. स्काल्प ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स और फ्रांसीसी वायुसेना का हिस्सा है. इसे खाड़ी युद्ध के दौरान भी इस्तेमाल किया गया था. ये सर्जिकल स्ट्राइक जैसे एक्शन को और आसानी से अंजाम दे सकती है. भारत राफेल के जरिए बिना पाकिस्तान की वायुसीमा में घुसे एयर स्ट्राइक जैसे ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम हो जाएगा.
राफेल इंडियन एयरफोर्स के लिए इतना ज़रूरी आखिर क्यों है. कहते हैं कि भविष्य में युद्ध का अंजाम आसमान से तय होगा. ऐसे में भारतीय वायुसेना की हवाई ताकत आपके लिए जानना लेना ज़रूरी है. वायुसेना में अभी लड़ाकू विमानों के 33 Squadrons हैं. हर एक Squadron में करीब 16-18 लड़ाकू विमान हैं. सबसे पुराने मिग 21 लड़ाकू विमानों के 8 Squadrons और मिग 27 विमानों के 3 Squadrons 2022 तक रिटायर हो जाएंगे. जगुआर लड़ाकू विमानों के 5 Squadrons भी 2027 तक रिटायरमेंट के करीब होंगे. अगर ऐसा हो गया तो 2027 तक 28 Squadrons तक पहुंच सकती है. इस हालात में जब राफेल हिंदुस्तान के आसमान की रक्षा करेगा तो देश महफूज रहेगा.
राफेल बनेगा आतंकियों का 'काल':-
राफेल क्रूज मिसाइल से लैस होगा. 500 Km तक हवा से मार करनेवाली क्रूज मिसाइल है. 1000 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से अटैक करती है. लॉन्च के बाद कंट्रोल करने की जरूरत नहीं होती करीब 450 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने की क्षमता है.
S-400 बनेगा हिंदुस्तान का 'कवच':-
हवा में एक साथ 36 Targets ध्वस्त कर सकता है. तीन तरह की अलग-अलग मिसाइलें दागने में सक्षम है. 400 किमी दूर से ही राडार दुश्मन को पहचान लेता है. अमेरिका के F-35 फाइटर जेट्स को भी गिरा सकता है.
फ्रांस के बेड़े में शामिल राफेल से भी ज्यादा घातक है भारत का राफेल:-
French भाषा में राफेल का मतलब होता है तूफान. क़रीब एक घंटे के अंदर दिल्ली से पाकिस्तान के क्वेटा और क्वेटा से दिल्ली तक वापसी. ये है राफेल लड़ाकू विमान की स्पीड. राफेल एक मल्टी रोल Combat जेट है, जिसे दुनिया का सबसे आधुनिक Fighter Jet माना जाता है. इतना आधुनिक विमान पाकिस्तान और चीन के पास भी नहीं है. छोटे आकार और सटीक निशाने की वजह से, राफेल (Rafale) Fighter Jet, को War Zone में Killer भी कहा जाता है. लड़ाकू विमानों की तुलना में लंबाई और चौड़ाई कम होने के साथ-साथ ये भार में काफी हल्का है. भारत को मिलने वाले राफेल (Rafale) की सबसे बड़ी खासियत होगी, Beyond Visual Range Air-To-Air Missile, जिसकी रेंज 150 किलोमीटर से ज़्यादा होती है.
आपको ये जानकर आश्चर्य होगा, कि खुद फ्रांस की एयरफोर्स के पास ये Missile नहीं है, क्योंकि ये वहां पर अभी Operation में नहीं है. भारतीय वायुसेना की ज़रुरत के हिसाब से, इसे राफेल में फिट किया जाएगा. इसका मतलब ये होगा, कि ये विमान भारत की सीमा में रहते हुए भी, पाकिस्तान जैसे देशों की सीमा के अंदर हमला कर सकता है. पाकिस्तान के पास इस वक्त सिर्फ 80 किलोमीटर की रेंज वाला BVR Missile है. कारगिल युद्ध के दौरान भारत ने 50 किलोमीटर की क्षमता वाले BVR Missile का इस्तेमाल किया था. जबकि, उस वक्त पाकिस्तान के पास ऐसी एक भी Missile नहीं थी. हालांकि, बाद में पाकिस्तान ने BVR Missile हासिल कर लिये. लेकिन जैसे ही भारतीय वायुसेना के पास Beyond Visual Range Air-To-Air Missile की ताकत आ जाएगी, आसमान में भारत का दबदबा बढ़ जाएगा.
एक नजर में राफेल की खूबियां:-
- राफेल विमान एक बार में करीब 26 टन (26 हजार किलोग्राम) वजन ले जा सकता है.
- यह विमान 3,700 किलोमीटर के रेडियस में कहीं भी हमला करने में सक्षम है.
- यह 36 से 60 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है और यहां तक महज एक मिनट में पहुंच सकता है.
- एक बार फ्यूल भरने पर यह लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है.
- इस विमान से हवा से जमीन और हवा से हवा में दोनों में हमला किया जा सकता है.
- राफेल पर लगी गन एक मिनट में 125 फायर करने में सक्षम है और यह हर मौसम में लंबी दूरी के खतरे को भांप लेता है.