हेल्थ डेस्क। अक्टूबर के महीने चल रहा है इसका मतलब है कि हम शीत ऋतु के एकदम से नज़दीक खड़े हैं। ऐसे में ठंडी और गरमी के झोल के बीच सर्दी, जुकाम और बुखार आदि वायरल की तरह फैलता है और जैसा कि हम देख भी रहे हैं कि सर्दी की आहट के साथ ही सर्दी, जुकाम और बुखार वायरल हो रहा है। ऐसे में हर कोई इस वायरल से परेशान रहता है। मालूम हो कि वायरल के कारम हर घर में दो-तीन लोग बीमार होकर बिस्तर पर ज़रूर पड़े रहते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि वायरल के बचाव की गरम पानी से बात बनेगी।
जी हाँ, आपको बता दें कि आयुर्वेद महर्षि बाग्भट्ट के अनुसार ठंडी हवा लगने, नाक में धूल और गर्दा पड़ने से, अधिक बोलने से, जिन में सोने और रात में जागने से, सिर के नीचे और बहुत ऊपर तकिया रखने से, बहुत अदिक पानी पीने से तथा मन के किसी भी प्रकार के वेग को रोकने से वायरल का रोग हो जाता है। इस प्रकार, रोग के इन मूल कारकों पर ध्यान देकर ही इससे बचा जा सकता है।
इसके अलावा वायरल की स्थिति पैदा होने या फिर संक्रमण का समय आते ही यदि पानी को उबालकर यानी की गरम करके पिया जाये तो वायरल की संभावना लगभग पूरी तरह से समाप्त हो जाती है, क्योंकि गरम पानी पीने से वायरल के ज़्यादातर विषाणुओं का नाश हो जाता है।